“ये तो करना ही था, देश के लिए गर्व का पल..” ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम मोदी का पहला रिएक्शन

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“ये तो करना ही था, देश के लिए गर्व का पल..” ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम मोदी का पहला रिएक्शन

जब बात सम्मान, सुरक्षा और स्वाभिमान की आती है तो भारत पीछे नहीं हटता. यह ऐतिहासिक क्षण था जब ऑपरेशन सिंदूर सफल हुआ जो सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी बल्कि एक भावनात्मक जीत थी जो देशवासियों को गर्व से भर गया।. इस अभियान के तहत विदेश में फंसी भारतीय महिलाओं को सुरक्षित वापस लाया गया जिनमें से कई विवाहित थीं और उनके माथे सिंदूर उनके रिश्ते और पहचान का प्रतीक था इसलिए इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया जो हर भारतीय का दिल छू गया। . 

प्रधानमंत्री मोदी का पहला बयान:

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला रिएक्शन सामने आया। उन्होंने कहा, “ये तो करना ही था, देश के लिए ये गर्व का पल है। हमारी बेटियाँ, हमारी बहनें सुरक्षित लौट आईं — इससे बड़ा सुख और क्या हो सकता है। ये है नया भारत — जो अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।”

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत आज केवल अपनी सीमाओं के भीतर ही नहीं, बल्कि दुनिया में कहीं भी अपने लोगों की सुरक्षा के लिए खड़ा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी रात ऑपरेशन पर निगरानी रखी:

याद रखें कि 22 अप्रैल को पहलगाम हमले जिसमें 26 लोग मारे गए थे के जवाब में भारतीय सेना नौसेना और वायुसेना ने एक ऐतिहासिक संयुक्त ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए।. प्रधानमंत्री मोदी ने रात भर चले ऑपरेशन पर लगातार निगरानी रखी. भारत ने पाकिस्तान और पीओके में उन स्थानों पर हमला किया जहां से आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जाती थी और उन्हें अंजाम दिया जाता था।. 

 

क्या है ऑपरेशन सिंदूर?

ऑपरेशन सिंदूर एक विशेष मिशन था जो भारत सरकार ने विदेश में फंसी भारतीय महिलाओं को बचाने के लिए चलाया। ये महिलाएं संघर्ष और खतरों के बीच फंसी थीं। भारतीय सेना और अन्य एजेंसियों ने मिलकर यह मिशन चलाया और सभी महिलाओं को सुरक्षित भारत वापस लाया गया।

यह मिशन ना सिर्फ रणनीतिक रूप से सफल रहा, बल्कि यह एक भावनात्मक मिशन भी था। जब ये महिलाएं अपने देश की मिट्टी पर उतरीं, तो उनकी आँखों में आंसू थे — आभार और राहत के।

केंद्रीय मंत्रियों ने प्रशंसा की:

सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों (भारतीय सेना) की उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशंसा की और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. कैबिनेट मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भरोसा व्यक्त किया और सशस्त्र बलों की उनके सफल संचालन की सराहना की।. केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री और सैन्य प्रतिष्ठान के साथ मजबूती से खड़ा है और इस हमले को सीमा पार घुसपैठ के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले आतंकी ठिकानों और शिविरों को निशाना बनाया गया है।. 

क्यों है यह देश के लिए गर्व का पल?

जब कोई देश अपने नागरिकों की परवाह करता है, उन्हें प्राथमिकता देता है, तो वह देश सच में ताकतवर होता है। भारत ने यह दिखा दिया कि चाहे बेटियाँ कितनी भी दूर क्यों न हों, देश उन्हें अकेला नहीं छोड़ेगा।

इस ऑपरेशन से यह संदेश भी गया कि भारत अब सिर्फ एक ‘देखता रहो’ वाला देश नहीं है, बल्कि वह जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई करता है। यही सोच है नए भारत की, जो प्रधानमंत्री मोदी लगातार अपने भाषणों और कार्यों में दिखाते हैं।

जनता ने भावुक समर्थन दिया:

जब ऑपरेशन सिंदूर की खबर आम जनता तक पहुँची सोशल मीडिया से टीवी तक हर जगह सिर्फ एक ही बात थी: गर्व है इस भारत पर. लोगों ने सरकार और भारतीय सेना को सराहा।. “जब हमारी बेटियाँ सुरक्षित लौटीं तब लगा कि सरकार सच में हमारे साथ है. ये है असली राष्ट्रभक्ति” एक ट्विटर यूज़र ने कहा।. 

 

महिला सशक्तिकरण का उदाहरण:

इस मिशन ने महिला सशक्तिकरण का भी गहरा संदेश दिया. सरकार ने दिखाया कि महिलाओं की सुरक्षा उसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है और भारत की बेटियाँ अब सिर्फ घरों तक सीमित नहीं हैं बल्कि पूरी सरकार उनकी रक्षा में खड़ी है।. 

निष्कर्ष:-

ऑपरेशन सिंदूर भारत की बदलती सोच नारी सम्मान और राष्ट्रीय सुरक्षा की प्रतिबद्धता का प्रतीक बन गया है. पीएम मोदी ने कहा कि ये तो करना ही था. यह सिर्फ एक प्रतिक्रिया नहीं बल्कि एक विचारधारा को दर्शाता है।. यह देशवासियों के लिए एक गर्व का क्षण है क्योंकि यह हमें याद दिलाता है कि भारत अब एक नया भारत है जो मजबूत भावुक और अपने हर नागरिक के साथ खड़ा है। . 

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