Adobe सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए एक बड़ी खबर है. इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने Adobe के 29 सॉफ्टवेयर और सेवाओं को लेकर चेतावनी जारी किया है. इनमें Adobe Photoshop, ColdFusion, और Creative Cloud जैसे लोकप्रिय ऐप भी शामिल हैं. CERT-In ने इन Products में पाए जाने वाले खतरों को हाई रिस्क में रख कर अलर्ट जारी किया है.
क्या है खतरा ?
Adobe के सॉफ्टवेयर और सेवाओं में कई गंभीर खामियां पाई गई हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स कभी आपके कंप्यूटर या फोन का डेटा को चोरी कर सकते हैं. रिपोर्ट के मुताबिल, इन खामियों के जरिए हैकर्स दूर बैठे-बैठे ही आपके डिवाइस का पूरा कंट्रोल अपने पास हासिल कर सकते हैं और सुरक्षा को Bypass करके आर्बिट्ररी कोड को हेर-फेर कर सकते सकते हैं. इस कोड की मदद से हैकर्स आपके डेटा को बड़ी आसानी से एक्सेस कर सकते हैं और आपको इसकी भनक तक भी नहीं लगेगी.
कौन से सॉफ्टवेयर हैं प्रभावित?
CERT-In ने उन Adobe सॉफ्टवेयर की सूची भी जारी किया है, जिनमें ये बड़ी खामियां पाई गई हैं. इनमें कई सॉफ्टवेयर शामिल हैं जिन का इस्तेमाल हम रोज करते हैं.
Adobe Photoshop 2023: Version 24.7.3 और इससे पहले के विंडोज और macOS Version.
Adobe Photoshop 2024: Version 25.7 और इससे पहले के विंडोज और macOS Version
Adobe Experience Manager (AEM): AEM Cloud Service (CS) और Version 6.5.20 और इससे पहले के Version
Adobe Audition: Version 24.2 और इससे पहले के macOS और Windows Version
Adobe Acrobat Android: Version 24.4.2.33155 और इसके पहले के सारे Version
Adobe Creative Cloud Desktop Application: Version 6.1.0.587 और इसके पहले के Windows Version
Adobe Substance 3D Stager: Version 2.1.4 और इसके पहले के Windows और macOS Version
Adobe ColdFusion 2021: Update 13 और इससे पहले के सारे Windows और macOS Version
इन खतरों से कैसे बचें जा सकते हैं?
CERT-In ने सलाह दी है कि जो यूजर्स इन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे हैं वो तुरंत इन प्रोडक्ट्स के लेटेस्ट Version को इंस्टॉल करें. अपडेटेड वर्जन में इन सारी खामियों को दूर कर दिया गया है, जिससे आपके डिवाइस और डेटा की सिक्योरिटी चेक करनी होगी और शायद इस Version में कोई भी डेटा का लीक और चोरी होने क खतरा नही होगा.
अन्य सुरक्षा के उपाय
सॉफ्टवेयर अपडेट्स: हमेशा अपने सॉफ्टवेयर को लेटेस्ट वर्जन में ही अपडेट रखें. यह सुनिश्चित करता है कि आप किसी भी नई खामी से सुरक्षित रहते हैं.
सुरक्षा प्रोटोकॉल: नियमित अंतराल पर अपने डिवाइस के सुरक्षा प्रोटोकॉल की जांच जरुर करें और देखे कि कोई एक्सेस तो नहीं है.
इसे भी पढ़ें: Bank Cyber Attack: खतरे के घेरे में है आपका बैंक बैलेंस! आरबीआई को फिर से सता रहा साइबर अटैक का डर.