इस गर्मी की छुट्टियों में सुकून की तलाश है? तो चलिए चलते हैं उस धरती पर, जहां बादल पहाड़ों से बातें करते हैं, नदियां गीत गुनगुनाती हैं, और हर सुबह एक नई कहानी सुनाती है।
भारत के उत्तर-पूर्व में बसा Arunachal Pradesh प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं। यहां की संस्कृति, खान-पान, और जीवनशैली एकदम अलग और अनोखी है — जो आपको अपनेपन का एहसास कराती है। अगर आप इस बार की गर्मी की छुट्टियां यादगार बनाना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं अरुणाचल प्रदेश की उन खूबसूरत जगहों के बारे में, जहां आप प्रकृति के सबसे करीब रह सकते हैं:
रोइंग – जहां हर लम्हा ठहर जाए

Arunachal Pradesh की डिबांग घाटी में स्थित रोइंग, एक ऐसी जगह है जहां नदियां, झीलें, बर्फ से ढंके पहाड़ और झरनों की रुनझुन आपकी आत्मा को सुकून देती हैं। परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताने के लिए यह जगह परफेक्ट है। यहाँ का शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता दिल को छू जाती है।
चांगलांग – प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग
समुद्र तल से 200 मीटर से लेकर 4,500 मीटर की ऊँचाई तक फैला चांगलांग, अरुणाचल की सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता दोनों का अद्भुत संगम है। यहां का हर कोना फोटो फ्रेम में कैद करने लायक है। फोटोग्राफी के शौकीनों और संस्कृति में रुचि रखने वालों के लिए यह एक ड्रीम डेस्टिनेशन है।
मेचुका घाटी – मिनी स्विट्ज़रलैंड की झलक
तिब्बत सीमा से महज 29 किलोमीटर दूर बसी मेचुका घाटी को ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड‘ कहा जाता है — और ये नाम यूं ही नहीं मिला। बर्फीली चोटियां, घास से ढकी वादियां और साफ नीला आसमान — यहाँ का हर नज़ारा postcard जैसा लगता है। रोमांच, प्रकृति और शांति — तीनों का परफेक्ट मेल है ये घाटी।
सेला दर्रा – बर्फीली वादियों में एक पवित्र सफर
हर मौसम में खुला रहने वाला सेला दर्रा, साल भर बर्फ से ढका रहता है। 101 झीलों से घिरा यह दर्रा न सिर्फ अद्भुत नजारों से भरपूर है, बल्कि बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक पवित्र स्थल भी है। यहां से आपको हिमालय की झलक मिलती है, जो मन को एक अलग ही शांति प्रदान करती है।
जीरो वैली – जनजातीय संस्कृति और प्रकृति का संगम
5500 फीट की ऊंचाई पर स्थित जीरो वैली अपनी प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध जनजातीय संस्कृति के लिए जानी जाती है। यहां की हरे-भरे धान के खेत, ठंडी हवाएं और अपातानी जनजाति का अनोखा जीवन, आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाता है।
इस बार की गर्मियों में सिर्फ छुट्टियां नहीं, एक अनुभव लेकर आइए — अरुणाचल प्रदेश से। क्योंकि कुछ जगहें सिर्फ घूमने के लिए नहीं होतीं, वहां जाकर इंसान खुद को फिर से खोज लेता है।