Bandra Railway Station Stampede:-दिवाली और छठ पूजा के चलते देश भर के लोग अपने घरों की ओर लौट रहे हैं, लेकिन टिकट की कमी और भीड़भाड़ के कारण हालात मुश्किल हो गए हैं। ऐसा ही एक गंभीर हादसा मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर हुआ, जहां ट्रेन में चढ़ने की होड़ में भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कुल 9 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हादसा कैसे हुआ?
BMC की जानकारी के अनुसार, बांद्रा स्टेशन पर गोरखपुर जाने वाली ट्रेन संख्या 22921 के लिए लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। यह भगदड़ प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर हुई, जहां लोग जनरल डिब्बों में चढ़ने के लिए एक-दूसरे पर टूट पड़े। ट्रेन के कोच में घुसने के लिए लोग एक-दूसरे को पीछे धकेल रहे थे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। प्लेटफॉर्म पर बिखरे सामान, खून और फटे कपड़े इस हादसे की गंभीरता को दर्शाते हैं।
घायल यात्रियों की स्थिति
घायल हुए 9 यात्रियों को तुरंत बांद्रा के बाबा अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें से सात की स्थिति स्थिर है, जबकि दो यात्रियों की हालत गंभीर है। घायलों का इलाज जारी है, और अधिकारियों ने स्थिति पर नजर बनाए रखी है।
सुरक्षा व्यवस्था में कमी का आरोप
रेलवे प्रशासन पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि स्टेशन पर सुरक्षा के उचित इंतजाम नहीं थे। प्लेटफॉर्म पर मौजूद कुछ RPF जवान भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन ट्रेन के आने पर भीड़ अनियंत्रित हो गई। लोगों ने कतार की व्यवस्था को तोड़ दिया और किसी भी प्रकार की सावधानी के बिना ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने लगे। यह हादसा रेलवे प्रशासन के सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करता है।
पश्चिमी रेलवे के सीपीआरओ का बयान
पश्चिमी रेलवे के सीपीआरओ विनीत अभिषेक ने बताया कि त्योहारों के चलते भीड़ को देखते हुए ट्रेन संख्या 22921 को प्लेटफॉर्म पर निर्धारित समय से पहले खड़ा कर दिया गया था। ट्रेन को शाम 5:15 पर चलना था, लेकिन भीड़ का प्रबंधन करने के लिए इसे 2-3 घंटे पहले ही लाया गया। फिर भी, लोग ट्रेन में जल्दी चढ़ने लगे, जिससे यह हादसा हुआ।
उन्होंने यह भी कहा कि इस साल पिछले साल के मुकाबले ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं। केवल मुंबई से ही देश के विभिन्न स्टेशनों के लिए 87 स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, ताकि त्योहार के दौरान यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
हादसे से मिले सबक और आगे की कार्रवाई
यह हादसा सुरक्षा व्यवस्थाओं की कमी को उजागर करता है और भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए प्रशासन को बेहतर प्रबंधन पर जोर देने की आवश्यकता है। रेलवे प्रशासन को सुरक्षा बढ़ाने, प्लेटफॉर्म पर बेहतर भीड़ नियंत्रण और समय पर सुरक्षा बल तैनात करने जैसे उपायों पर ध्यान देना होगा।