ढाका, बांग्लादेश – बांग्लादेश इन दिनों अपने इतिहास के सबसे गंभीर राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है। सोमवार, 5 अगस्त, 2024 को ढाका, चटगांव और अन्य प्रमुख शहरों की सड़कों पर छात्रों का जमावड़ा दिखा। प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने की खबर के बाद से ये प्रदर्शन और तेज हो गए हैं। लेकिन छात्रों ने साफ कर दिया है – उन्हें अंतरिम सरकार नहीं चाहिए; वे पूरे राजनीतिक तंत्र में बदलाव चाहते हैं।
हसीना का देश छोड़ना
प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अचानक देश छोड़कर सभी को चौंका दिया। उनके जाने के बाद राजनीतिक माहौल और गरम हो गया है। छात्रों का कहना है कि हसीना के जाने से कुछ भी नहीं बदलेगा जब तक पूरी प्रणाली में सुधार नहीं होता।
छात्रों की मांगें
छात्रों की मुख्य मांगें हैं:
- अंतरिम सरकार नहीं, बल्कि पूर्ण चुनाव
- भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन
- शिक्षा और रोजगार के लिए बेहतर नीतियां
ढाका में विरोध प्रदर्शन
ढाका में सोमवार को हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए। वे बैनर और पोस्टर लिए हुए थे, जिन पर लिखा था, “हमें बदलाव चाहिए” और “अंतरिम सरकार नहीं चलेगी।” पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई बार झड़प भी हुई, लेकिन छात्रों का उत्साह कम नहीं हुआ।
चटगांव और अन्य शहरों में भी प्रदर्शन
ढाका के अलावा, चटगांव, सिलहट, राजशाही और अन्य प्रमुख शहरों में भी भारी प्रदर्शन हुए। छात्रों ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के बाहर धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस संकट पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें भी टिकी हैं। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने बांग्लादेश सरकार से स्थिति को संभालने की अपील की है।
आगे की राह
छात्रों ने साफ कर दिया है कि वे तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं। सरकार के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती है – छात्रों की मांगों को पूरा करना और देश में शांति बहाल करना।
निष्कर्ष
बांग्लादेश का यह संकट एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है। प्रधानमंत्री शेख हसीना का देश छोड़ना इस संकट को और भी गहरा बना सकता है। छात्रों की आवाज अब पूरी दुनिया सुन रही है, और सरकार के लिए समय आ गया है कि वह ठोस कदम उठाए।
FAQs
- प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश क्यों छोड़ा?
- इस पर आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन राजनीतिक अस्थिरता और विरोध प्रदर्शनों के कारण उन्होंने ऐसा किया हो सकता है।
- छात्रों की मुख्य मांगें क्या हैं?
- छात्रों की मुख्य मांगें हैं अंतरिम सरकार नहीं, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन और बेहतर शिक्षा व रोजगार नीतियां।
- अंतरराष्ट्रीय समुदाय का क्या कहना है?
- संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने बांग्लादेश सरकार से स्थिति को संभालने की अपील की है।
- क्या प्रदर्शन केवल ढाका में हो रहे हैं?
- नहीं, ढाका के अलावा चटगांव, सिलहट, राजशाही और अन्य प्रमुख शहरों में भी भारी प्रदर्शन हो रहे हैं।
- सरकार की आगे की योजना क्या है?
- अभी तक सरकार की ओर से कोई ठोस योजना सामने नहीं आई है, लेकिन उन्हें छात्रों की मांगों को पूरा करने और देश में शांति बहाल करने के लिए कदम उठाने होंगे।