CARDIOPHOBIA : यह एक ऐसी बीमारी है जो हम उपज होती है जिसके चलते हमारे शरीर पर इसके लक्षण दिखाई देते हैं जैसे कि डर लगना:
अन्य फोबिया की तरह कार्डियोफोबिया फोबिया भी एक प्रकार का डर है जिसमें मरीज को दिल का दौरा पड़ने का भय हमेशा सताता रहता है अगर दिल की धड़कन बढ़ती है या उसे दिल के आसपास भारीपन या दर्द महसूस होता है तो वह बुरी तरह से डर जाता है और ऐसी स्थिति में पैनिक अटैक का शिकार भी हो जाता है.
डर सबको लगता है लेकिन कुछ लोग ऐसेहोते है जो ऊंचाई और अंधेरे आदि से इतना डरते हैं कि वह उनका फोबिया (डर) बन जाता है दर असल फोबिया एक तरह का एंजायटी डिसऑर्डर है आसान भाषा में इस फोबिया कहते हैं.
हाल के दिनों में अपने सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो देखे होंगे जिनमें लोगों को अचानक हार्ट अटैक आ जाता है इन वीडियो में कोई डांस करते-करते जमीन पर गिर पड़ा तो कोई अचानक ही कार्य अरेस्ट का शिकार हो गया ऐसे में किसी भी व्यक्ति का हार्ट अटैक को लेकर डर और डरना संभावित है पर जब यह दर हद से ज्यादा बढ़ जाए और आपको मानसिक रूप से परेशान करने लगे तो यह गाड़ी फोबिया बन सकता है कार्डियो का अर्थ है दिल से संबंधित और फोबिया का मतलब है डर लगना यानी दिल से जुड़ी बीमारी जैसे हार्ट अटैक आने का भय होना.
Symptoms : इसके लक्षण क्या-क्या है:
बहुत ज्यादा एंजायटी होना.
दिल की धड़कन तेज होना.
अचानक पसीना आने लगा.
हाई ब्लड प्रेशर.
सर का चक्कर आना.
बेहोशी आना.
सीने में दर्द या भारीपन होना.
ऐसे और भी कई लक्षण है जो काडी फोबिया में हमें दिखाई देते हैं.
कार्डियोफोबिया का सटीक कर्म का पता लगाना मुश्किल होता है या कई वजह से हो सकता है उदाहरण के लिए किसी जाने वाले की हार्ट अटैक से मौत के बाद इस फोबिया की शुरुआत हो सकती है इसके अलावा बचपन में हुई किसी दुर्घटना के कारण मन में हार्ट अटैक आने का डर बैठ सकता है.
इसका इलाज क्या-क्या है:
इसके इलाज की बात करें तो सबसे पहले मेडिकल जांच करवानी चाहिए क्योंकि ऊपर दिए गए लक्षणों से कई लक्षण असली हार्ट अटैक के भी हो सकते हैं सभी टेस्ट करवाने के बाद भी आपके दिल की बीमारी का डर सताता है तो डॉक्टर से बात करें इसके साथ ही अपनी नीचे दिए गए तरीकों पर भी अपना सकते हैं.
साइकोलोजिस्ट के पास जा सकते हैं.
डीप ब्रीदिंग और मेडिटेशन कर सकते हैं.
फोबिया के उपचार में एक्सपोजर तकनीक सरदार.
मन को शांत और एंजायटी को दूर रखना फायदेमंद.
समय-समय पर हार्ट का चेकअप करवाएंगे तो हार्ट की बीमारी होने का डर नहीं होगा.
इन सब तरीकों को अपनाकर आप अपने अंदर से इस बीमारी को दूर कर सकते हैं इसके लिए आपको अपने मन को हमेशा शांत रखना होगा और रोजाना एक्सरसाइज और मेडिटेशन करना होगा ताकि इस बीमारी से लड़ने में आपका शरीर पूरी तरह से सहायता करें और इस बीमारी को दूर किया जा सके.
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