Cyclone Remal News: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी ताजा जानकारी के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनी निम्न दबाव प्रणाली चक्रवर्ती तूफान रेमल में बदल गई थी. इसके कारण भूस्खलन की भी काफी आशंका जताई गई।
इस चक्रवाती तूफान रेमल के कारण कोलकाता के एयरपोर्ट से हर फ्लाइट कैंसल हो चुकी है. ताजा जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर से लेकर सोमवार सुबह 9:00 बजे तक कोई भी फ्लाइट कोलकाता एयरपोर्ट से टेक ऑफ नहीं होगी. न ही किसी फ्लाइट की लैंडिंग कराई जायेगी।
कोलकाता के एयरपोर्ट पर अपनी फ्लाइट पकड़ने आए यात्री भी एयरपोर्ट में फंसे हुए हैं, जो इंतजार कर रहे हैं कि कब फ्लाइट टेक ऑफ हो, लेकिन आंधी और बारिश होने के कारण वे लोग एयरपोर्ट पर फंस गए और इंतजार कर रहे हैं अपनी फ्लाइट टेक ऑफ होने का।
जानकारी के अनुसार तूफान रेमल का केंद्र बांग्लादेश की समुद्र तट से लगभग 30 KM दूर था और विशेषज्ञों को इस बात की उम्मीद थी कि भूस्खलन ज्यादातर सुंदरबन क्षेत्र में होगा, जहां मैंग्रोव तूफान की सबसे ज्यादा खराब लहरों को अवशोषित पायेगी।
इस चक्रवाती तूफान रेमाल के चलते पश्चिम बंगाल में इससे निपटने की तैयारी शुरू हो गई. बंगाल सरकार ने सुंदरबन और सागर द्वीप सहित समुद्र के तटीय इलाकों से करीबन 110000 लोगों को आश्रम में पहुंचा. आपदा प्रतिक्रिया बल के 14 टीमों की तैनाती पश्चिम बंगाल के 9 जिले के संवेदनशील इलाकों में कराई गई हैं, जहां पर तेज तूफान के चलने की काफी आशंका है।
IMD ने 26 और 27 में को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में बहुत ज्यादा भारी बारिश की चेतावनी दी है. वहीं कोलकाता के मेयर ने नागरिकों को इस बात का आश्वासन दिया है की नगर निगम ने अपने कर्मचारियों को हाई अलर्ट पर किया हुआ है और व्यक्तिगत रूप से तैयारियों की निगरानी की जा रही है. तेज हवा चलने के बाद अगर बारिश हो जाती है तो जमे हुए पानी को निकालने के लिए पंप भी तैयारी में रखे हैं।
रेमल के चलते लोकसभा आम चुनाव 2024 के सातवें और अंतिम चरण के लिए भी राजनीतिक रैलियां तथा रोड शो को भी रद्द करना पड़ा, बीजेपी प्रवक्ता ‘समिक भट्टाचार्य’, टीएमसी नेता ‘अभिषेक बनर्जी’ ने भी अपना रोड शो और रैलियां भी कैंसिल करना पड़ा।
भीषण चक्रवाती तूफान रेमल के आने से पहले विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर किया गया है. त्रिपुरा, असम, मेघालय, मणिपुर और मिजोरम सरकारों ने अलग-अलग सलाह और सुचना जारी की है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को अधिकतम तैर पर सतर्क रहने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।