Ghibli Studio: AI की दुनिया में प्राइवेसी का खतरा
आजकल एनीमेशन फिल्मों में जितनी मेहनत और बारीकी पर ध्यान दिया जाता है, वह बेमिसाल है। खासकर जब बात स्टूडियो घिबली जैसी मशहूर एनीमेशन फिल्मों की हो। लेकिन हाल ही में एक नई तकनीक ने इस बदलाव को और तेज कर दिया है। OpenAI ने अपना नया AI इमेज जनरेटर लॉन्च किया, और इसके बाद से डिजिटल दुनिया में एक नया बवंडर मच गया है।
यह जनरेटर इतना पॉपुलर हुआ कि लोग इसे तेजी से इस्तेमाल करने लगे। मीम्स से लेकर सेल्फी तक, हर तरह की इमेज बनाई जाने लगीं। दिलचस्प बात यह है कि कई लोग Ghibli Style (घिबली स्टाइल) की तस्वीरें बनाने लगे, जिससे सोशल मीडिया पर घिबली स्टाइल की तस्वीरों की बाढ़ सी आ गई। और फिर, इसका नतीजा यह हुआ कि ChatGPT पर ग्लोबल आउटेज हो गया।
यहां तक कि OpenAI के प्रमुख को कहना पड़ा, “प्लीज शांत हो जाइए, यह पागलपन हो गया है।” लेकिन यह केवल शुरुआत थी। इस ट्रेंड ने कई नैतिक और कानूनी चिंताओं को जन्म दिया है, और सबसे महत्वपूर्ण चिंता जो सामने आई है, वह है हमारी निजता की सुरक्षा।
OpenAI की प्राइवेसी पॉलिसी के अनुसार, जब आप अपनी तस्वीरें अपलोड करते हैं, तो कंपनी इनका इस्तेमाल अपने AI मॉडल को ट्रेन करने के लिए कर सकती है। इसका मतलब है कि आपकी व्यक्तिगत तस्वीरें – चाहे वह आप, आपके परिवार या आपके घर की हों – OpenAI के पास पहुंच जाती हैं। यह एक बड़ी सुरक्षा चिंता का विषय है।
विशेषज्ञों का कहना है कि “फ्री-फॉर-ऑल” AI के इस तरह के इस्तेमाल से आपकी निजी जानकारी खतरे में पड़ सकती है। टेक कंपनियां इस AI मॉडल को ट्रेन करने की प्रक्रिया के बारे में पारदर्शिता नहीं रखतीं, जिससे यह और भी जोखिमपूर्ण हो जाता है। किसी भी तस्वीर का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्हें एडिट किया जा सकता है, विज्ञापनों में बेचा जा सकता है, या अगर डेटा लीक हो गया, तो यह डार्क वेब पर भी जा सकता है।
यह पहली बार नहीं है कि ऐसी समस्याएं सामने आईं हैं। पिछले साल, एक अमेरिकी कंपनी ‘क्लियर व्यू AI’ को बिना अनुमति के सोशल मीडिया से अरबों तस्वीरें स्क्रैप करने के लिए 33 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया गया। इसी तरह, ऑस्ट्रेलिया की कंपनी Outer Box का डेटा लीक हुआ था, जिसमें लाखों लोगों की निजी जानकारी शामिल थी।
यह सिर्फ तस्वीरों तक सीमित नहीं है। Apple एक नया हेल्थ ऐप बना रहा है, जो AI के माध्यम से आपके स्वास्थ्य को एनालाइज करेगा। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या यह डेटा सुरक्षित रहेगा? यदि किसी भी कारण से यह डेटा लीक हो जाए, तो यह आपके व्यक्तिगत स्वास्थ्य से जुड़ी संवेदनशील जानकारी को खतरे में डाल सकता है।
इतना ही नहीं, 23andMe जैसी DNA टेस्टिंग कंपनियों को भी अपनी सुरक्षा को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा है। अब यह कंपनी दिवालिया होने के कगार पर है। हाल ही में, इस कंपनी के 15 मिलियन ग्राहकों का DNA डेटा बिकने की आशंका जताई गई है।
क्या करें?
इस सवाल का जवाब खुद ChatGPT से पूछा गया। इसका सीधा और साफ जवाब था – “संवेदनशील और निजी जानकारी अपलोड करने से बचें। प्राइवेसी पॉलिसी को पढ़ें और अगर कोई संदेह हो, तो सतर्क रहना बेहतर है।”
आजकल तकनीक तेजी से विकसित हो रही है, लेकिन क्या हमारी जानकारी सुरक्षित रहती है? यह सवाल अब भी बना हुआ है। क्या हम अपनी व्यक्तिगत जानकारी को जोखिम में डालने के लिए तैयार हैं, या फिर हमें इसकी सुरक्षा के बारे में गंभीर रूप से सोचना होगा?
इस सवाल का जवाब अब हर व्यक्ति को खुद ही देना होगा। लेकिन एक बात तो साफ है – हमें अपनी निजता और सुरक्षा के लिए एक संतुलन बनाने की आवश्यकता है, ताकि तकनीक का सही तरीके से इस्तेमाल हो सके, और साथ ही हमारी व्यक्तिगत जानकारी भी सुरक्षित रहे।