Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने कमर कस ली है आम आदमी पार्टी हरियाणा विधानसभा में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है।
आम आदमी पार्टी के लिए हरियाणा विधानसभा का चुनाव कई महीनो में हम है दरअसल अगले साल फरवरी व मार्च में दिल्ली विधानसभा के चुनाव प्रस्तावित है यदि विपरीत परिस्थितियों में हरियाणा के विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन रहता है तो आम आदमी पार्टी के लिए दिल्ली का रास्ता आसान हो सकता है और वहीं पंजाब में भी इसका सकारात्मक असर जाएगा।
दिल्ली और पंजाब की सत्ता हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी की नजर अब हरियाणा विधानसभा पर टिकी है।
दिल्ली और पंजाब की सत्ता हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी हरियाणा के लिए अपनी रणनीति बना रही है लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन में एक सीट पर उतरी आम वाली पार्टी को विधानसभा चुनाव में उम्मीद की किरण दिख रही है पार्टी मान रही है कि जिस तरह से उसे एक लोकसभा सीट पर करीब चार फीसदी वोट मिला है।
वही विधानसभा चुनाव में पार्टी उससे बेहतर कर सकती है इसलिए आम आदमी पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए अलग रणनीति बना रही है पार्टी की नजर उन 17 सीटों पर है जिन पर पंजाब और दिल्ली सरकार का असर पड़ सकता है पार्टी इसी सप्ताह लोकसभा चुनाव वार चुनिंदा नेताओं के साथ बैठक करें चुनाव लड़ने वाले चेहरे पर मंथन करेगी।
पहली सूची में होंगे 12 से 15 नाम।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी पहले उन विधानसभाओं सीटों के प्रत्याशियों की सूची जारी करेगी जहां उसके पास मजबूत उम्मीदवार है पार्टी की पहली सूची में 12 से 15 नाम हो सकते हैं इनमें प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता दूसरे बड़े नेता अनुराग ढंडा, और वही महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ रजनीश जैन व पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष आयुष हो सकते हैं दूसरी सूची में थोड़ा वक्त लग सकता है पार्टी की नजर भाजपा कांग्रेस के बाकियों पर है पार्टी भाजपा व कांग्रेस के 30 से ज्यादा नेताओं के संपर्क में है यह नेता भाजपा व कांग्रेस में टिकट के लिए दावेदार है हालांकि JJP की भी यही रणनीति है।
यह पूछने पर ही भाजपा व कांग्रेस की भाग आप आदि पार्टी में आने के बजाय जेपी में भी जा सकते हैं तो पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि जेपी की जो स्थिति 2019 में थी वह आज नहीं है जेपी डूबता जहाज है आम आदमी पार्टी एक स्थापित पार्टी है दिल्ली और पंजाब में पार्टी की सरकार है लोकसभा चुनाव में भी पंजाब में आम आदमी पार्टी की ठीक-ठाक प्रदर्शन रहा ऐसे में लोगों की पहली प्राथमिकता आम आदमी पार्टी ही रहने वाली है और वे लोग भी चाहते हैं कि पाठ थोड़ा इंतजार करने के बाद इस सूची जारी करें।
इन सीटों पर है आम आदमी पार्टी की नजर।
आम आदमी पार्टी की फिलहाल नरवाना , टोहाना , फतेहाबाद , रतिया , कलावाली , डबवाली , रानिया , सिरसा , कलायत , गुहला , पिहोवा , लाडवा समेत अंबाला , करनाल , गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले की विधानसभा सीटों पर नजर है इन सीटों पर आम आदमी पार्टी अपनी पूरी ताकत झुकेगी और मजबूत रणनीति के साथ मैदान उतरेगी।
पंजाब और दिल्ली सरकार के विधायकों की लगेगी ड्यूटी।
पंजाब की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले थे मगर अभी उनकी तारीख को करता ही नहीं किया गया है इसलिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और उनके मंत्री सांसद विधायक को चेयरमनों की पूरी फौज हरियाणा में नजर आएगी दिल्ली सरकार के मंत्री व विधायकों की ड्यूटी भी हरियाणा विधानसभा चुनाव में लगेगी पार्टी हर विधानसभा में तीन विधायक और एक अध्यक्ष की ड्यूटी लगाएगी।
हरियाणा के प्रभारी संदीप पाठक अगले तीन दिन लोकसभा वर सभी नेताओं के साथ बैठक करने वाले हैं वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का भी शेड्यूल तैयार किया जा रहा है उधर जेल से छूटकर आए मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह और सुनीता केजरीवाल बिहार विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति का हिस्सा बनेगी।
पार्टी के लिए हरियाणा चुनाव अहम।
आम आदमी पार्टी के लिए हरियाणा चुनाव अहम है इसलिए आम आदमी पार्टी पूरी कोशिश कर रही है की वोट प्रतिशत के साथ कुछ सीटों पर भी कब्जा जमाए प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता का गाना है कि आम आदमी पार्टी सभी नंबर सीटों पर मजबूत उम्मीदवार के साथ उतरेगी और चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी भाजपा कांग्रेस को लोग परख चुके हैं और अब भी चुके हैं अब नए विकल्प की जरूरत है आम आदमी पार्टी के अलावा कोई तीसरा पार्टी इससे बेहतर विकल्प नहीं हो सकता है।
मुख्यमंत्री का चेहरा और केजरीवाल का ना होना कर सकता है परेशान।
आम आदमी पार्टी के सामने सबसे बड़ी दुविधा यह है कि उनके पास कोई मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं है दूसरी तरफ पार्टी के प्रमुख नेता अरविंद केजरीवाल भी तिहाड़ जेल में बंद है हरियाणा में चुनाव की कमान केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने संभाली तो है मगर इतना रिस्पांस नहीं मिला इसलिए पार्टी पूरी कोशिश में जुटी है कि किसी तरह केजरीवाल जेल से बाहर आ जाए केजरीवाल की जमानत पर अब 23 अगस्त को सुनवाई होनी है पार्टी इस तारीख से काफी उम्मीद है वही पार्टी फिलहाल बिना मुख्यमंत्री के चेहरे से उतरने वाली है।