YouTube ने अपनी Monetization policy में 15 जुलाई 2025 से लागू होने वाले नए बदलावों की घोषणा की है। इस अपडेट का मुख्य उद्देश्य YouTube Partner Program (YPP) में “इनऑथेंटिक” यानी कम मूल्य वाली या दोहराव वाली सामग्री को रोकना है। यह पॉलिसी विशेष रूप से उन Content Creators को प्रभावित करेगी जो मास-प्रोड्यूस्ड, रिपीटिटिव, या कम मेहनत वाले वीडियो बनाते हैं।
1. इनऑथेंटिक कंटेंट पर सख्ती
YouTube अब उन वीडियो पर नजर रखेगा जो मास-प्रोड्यूस्ड (बड़े पैमाने पर बिना ज्यादा मेहनत के बनाए गए) या रिपीटिटिव (दोहराव वाले) हैं। इसका मतलब है:
- ऑटोमेटेड कंटेंट: ऐसी सामग्री जो स्लाइडशो, स्क्रॉलिंग टेक्स्ट, या सिंथेटिक वॉइस के साथ बनाए गए वीडियो जैसी हो, जिसमें मानवीय योगदान न्यूनतम हो।
- रियक्शन वीडियो और कम्पाइलेशन: अगर आप रियक्शन वीडियो या क्लिप कम्पाइलेशन बनाते हैं, तो आपको मूल्यवान कमेंट्री, क्रिएटिव एडिटिंग, या एजुकेशनल/एंटरटेनमेंट वैल्यू जोड़ना होगा। बिना बदलाव के दूसरों के कंटेंट का उपयोग अब स्वीकार्य नहीं होगा।
- AI-जनरेटेड कंटेंट: AI टूल्स का उपयोग करके बनाए गए वीडियो, खासकर डीपफेक या सिंथेटिक वॉइस वाले, पर कड़ी नजर रखी जाएगी। क्रिएटर्स को AI टूल्स के उपयोग का खुलासा करना होगा, खासकर U.S. NO FAKES एक्ट जैसे नियमों के तहत।
2. YPP में शामिल होने की शर्तें
YouTube Partner Program में शामिल होने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:
- 1,000 सब्सक्राइबर्स।
- पिछले 12 महीनों में 4,000 वैलिड पब्लिक वॉच आवर्स या पिछले 90 दिनों में 10 मिलियन वैलिड पब्लिक शॉर्ट्स व्यूज।
- YouTube की कम्युनिटी गाइडलाइंस, सेवा की शर्तें, और Google AdSense नीति का अनुपालन करना।
- एक सक्रिय AdSense अकाउंट और टू-स्टेप वेरिफिकेशन अनिवार्य।
नोट: ये शर्तें पहले जैसी ही हैं, लेकिन अब इनका पालन और सख्ती से किया जाएगा।
3. किस टाइप्स के कंटेंट पर पड़ेगा प्रभाव?
Reaction और कम्पाइलेशन चैनल्स: ये चैनल पूरी तरह बैन नहीं होंगे, लेकिन आपको अपने वीडियो में पर्याप्त मूल्य जोड़ना होगा। उदाहरण के लिए, अगर आप किसी मूवी का रियक्शन वीडियो बना रहे हैं, तो उसमें अपनी गहरी कमेंट्री या विश्लेषण जोड़ें।
AI-जनरेटेड कंटेंट: अगर आप AI टूल्स का उपयोग कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका कंटेंट ओरिजिनल हो और आपने AI उपयोग का खुलासा किया हो।
Shorts: Shorts के लिए 10 मिलियन व्यूज की शर्त लागू है, लेकिन अगर ये शॉर्ट्स दोहराव वाले या कम मूल्य के होंगे, तो मोनेटाइजेशन रद्द हो सकता है।
4. Policy उल्लंघन के परिणाम
- अगर आपकी वीडियो यूट्यूब की नई पॉलिसी का पालन नहीं करतीं, तो आपका चैनल अस्थायी या स्थायी रूप से डिमोनेटाइज हो सकता है।
- यह Punishment आपके मौजूदा या भविष्य में बनाए गए सभी चैनलों पर लागू हो सकती है।
- YouTube ने जुर्माने या स्ट्राइक के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी है, लेकिन पॉलिसी का उल्लंघन गंभीर परिणाम ला सकता है।
5. अन्य अपडेट्सएड
suitability Review: 10 मार्च 2025 से, YouTube अपने विज्ञापन उपयुक्तता रिव्यू प्रक्रिया को बेहतर करेगा। इसमें मानवीय समीक्षा शामिल हो सकती है, जिसके कारण मोनेटाइजेशन फैसलों में 24 घंटे तक की देरी हो सकती है।
फैन फंडिंग: 2023 में शुरू हुई अर्ली एक्सेस फैन फंडिंग (जैसे Super Chat, Super Thanks) अब भी उपलब्ध है। इसके लिए 500 सब्सक्राइबर्स, 3,000 वॉच आवर्स, या 3 मिलियन शॉर्ट्स व्यूज की जरूरत है। यह अपडेट अपरिवर्तित है।
6. Creators के लिए इस पॉलिसी के मायने:
YouTube की नई मोनेटाइजेशन पॉलिसी का उद्देश्य प्लेटफॉर्म पर मूल और उच्च-गुणवत्ता वाली सामग्री को प्रोत्साहित करना है। Creators को अब अधिक प्रयास करना होगा ताकि उनकी सामग्री न केवल दर्शकों को आकर्षित करे, बल्कि YouTube गाइडलाइंस का भी पालन करे। यदि आप एक क्रिएटर हैं, तो अपनी सामग्री की समीक्षा करें और AI टूल्स का उपयोग पारदर्शी ढंग से करें। और अपने वीडियो में यूनिक वैल्यू जोड़ें। कुल मिलाकर, ओरिजिनलिटी और क्वालिटी पर फोकस करें ताकि पॉलिसी का अधिकतम लाभ उठा सकें। अधिक जानकारी के लिए, YouTube की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्प सेंटर पर जाएं।आपके क्या विचार हैं इस नई पॉलिसी के बारे में? कमेंट में बताएं!
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