India First Billionaire:-भारत के पहले अरबपति और दुनिया के सबसे अमीर इंसानों में से एक, मीर उस्मान अली खान (Mir Osman Ali Khan), हैदराबाद के आखिरी निजाम थे। उनकी संपत्ति और रईसी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके पास सोने और हीरों की खदानें थीं और उनके गार्डन में सोने की ईंटों से भरे ट्रक खड़े रहते थे। वे अपने कागजों को दबाने के लिए 185 कैरेट के जैकब डायमंड को पेपरवेट के रूप में इस्तेमाल करते थे, जिसकी वर्तमान वैल्यू 1000 करोड़ रुपये बताई जाती है।
मीर उस्मान अली खान का जीवन और दौलत:
- साधारण जीवनशैली: उन्होंने साधारण कुर्ता-पायजामा और बिना प्रेस किए कपड़े पहने। वे सादगी पसंद थे और तुर्की कैप पहनते थे, जिसे वे 35 साल तक पहनते रहे।
- वित्तीय स्थिति: 1940 तक उनकी संपत्ति लगभग 236 अरब डॉलर आंकी गई थी, जो उन्हें न सिर्फ भारत, बल्कि दुनिया का सबसे अमीर इंसान बनाती थी।
- टाइम मैगजीन: मीर उस्मान अली खान को 1937 में टाइम मैगजीन के कवर पर स्थान मिला था, जो उनकी विश्व स्तर पर पहचान को दर्शाता है।
निजाम शासन का अंत:
1947 में भारत के स्वतंत्र होने के बाद मीर उस्मान अली खान ने पाकिस्तान में शामिल होने का निर्णय लिया, जो भारतीय सरकार के लिए स्वीकार्य नहीं था। इसके परिणामस्वरूप, भारतीय सेना ने सितंबर 1948 में ऑपरेशन पोलो चलाया और हैदराबाद पर कब्जा कर लिया। इस ऑपरेशन के साथ ही निजाम के शासन का अंत हो गया और उनकी अधिकांश संपत्ति सरकार के अधीन चली गई।
मीर उस्मान अली खान का जीवन और उनके शासन का अंत भारतीय इतिहास के सबसे रोचक और महत्वपूर्ण अध्यायों में से एक है।