बिहार के जमुई में आईपीएस बनने के नाम पर ठगी का शिकार हुए 18 वर्षीय मिथिलेश माझी की कहानी अब पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। ठगी का शिकार होने के बाद मिथिलेश ने पुलिस अधिकारी बनने का सपना छोड़ दिया और अब उसने डॉक्टर बनने का फैसला कर लिया है। सोशल मीडिया पर मिथिलेश का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने नए सपने के बारे में बता रहा है।
‘अब पुलिस नहीं… बनेंगे तो डॉक्टर बनेंगे’
वायरल वीडियो में मिथिलेश कहता है, “अब हम पुलिस नहीं बनेंगे, डॉक्टर बनेंगे।” जब उनसे पूछा गया कि डॉक्टर बनकर क्या करेंगे, तो मिथिलेश ने जवाब दिया, “सबको बचाएंगे।” इस वीडियो के सामने आते ही लोग सोशल मीडिया पर मजाकिया कमेंट्स करने लगे और वीडियो को खूब शेयर कर रहे हैं। वीडियो देखकर लोग हंसी नहीं रोक पा रहे हैं, और इस पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
20 सितंबर को जमुई के सिकंदरा थाने की पुलिस ने एक युवक को आईपीएस की वर्दी पहनकर घूमते हुए गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि 18 वर्षीय मिथिलेश माझी, जो लखीसराय के हलसी थाना क्षेत्र का निवासी है, ठगी का शिकार हुआ था। मिथिलेश ने बताया कि उसने एक व्यक्ति को दो लाख रुपये दिए थे, जिसने उसे आईपीएस की नकली वर्दी और पिस्टल दी थी। हालाँकि, पिस्टल भी नकली थी। पुलिस ने उसकी बाइक भी जब्त कर ली थी। मिथिलेश को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह खैरा थाना क्षेत्र से हलसी जा रहा था।
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस का मानना है कि मिथिलेश ठगी का शिकार हो गया था। जब यह मामला सामने आया, तो सोशल मीडिया पर इसकी खूब चर्चा होने लगी। अब, मिथिलेश का डॉक्टर बनने का सपना भी लोगों के बीच मजाक का विषय बन गया है, और लोग इस नए वीडियो को बड़े पैमाने पर शेयर कर रहे हैं।
मिथिलेश की यह कहानी लोगों को न सिर्फ हंसने का मौका दे रही है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे कुछ गलत फैसलों की वजह से जिंदगी के रास्ते बदल जाते हैं।