Kartik Aaryan Bollywood News : कार्तिक आर्यन इन दिनों फिल्म भूल भुलैया 3 की सफलता का आनंद ले रहे हैं हालांकि उनका ये सफर आसान नहीं था स्क्रीन लाइव इवेंट में उन्होंने एक एक्टर के तौर पर अपने पुराने संघर्षों को याद किया उन्होंने ये भी बताया कि कैसे उन्हें इंडस्ट्री में आउटसाइडर होने के कारण शुरुआती दिनों में संघर्ष करना पड़ा था।
कार्तिक आर्यन वो शख्स है जिन्होंने अपने दम पर फिल्म इंडस्ट्री में एक अलग पहचान बनाई है फिलहाल वो हॉरर कॉमेडी फिल्म भूल भुलैया 3 की सफलता का आनंद ले रहे हैं हालांकि उनका यह सफर आसान नहीं था उन्होंने एक एक्टर के तौर पर अपने पुराने संघर्षों को याद किया उन्होंने ये भी बताया कि कैसे उन्हें इंडस्ट्री में आउटसाइडर होने के कारण शुरुआती दिनों में कड़ा संघर्ष करना पड़ा था।
किसी एक्टर्स की जर्नी को कंपेयर नहीं करना चाहिए।
एक इवेंट में जब कार्तिक आर्यन से स्टार किड्स और आउटसाइड के बीच होने वाले भेदभाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा शुरुआत में कुछ आसान नहीं था अब इंडस्ट्री में इतने साल हो गए हैं कि कोई फर्क नहीं पड़ता मैं ये नहीं कर सकता कि सबको बराबर के मौके मिलते हैं मुझे भी ऐसा लगा कि शायद किसी स्टार किड्स से ज्यादा मुझे अवसर मिलना चाहिए था।
कार्तिक आर्यन आगे कहते हैं।
इन सब में उनकी गलती नहीं है लेकिन मुझे लगता है कि जब आप दो एक्टर्स और उनकी जर्नी को कंपेयर करते हो तो यह बिल्कुल गलत है क्योंकि इंडस्ट्री के बाहर के एक्टर और फिल्म इंडस्ट्री के एक्टर की जर्नी में काफी अंतर होता है।
शुरुआत में कई रिजेक्शन मिले थे।
कार्तिक ने अपने ऑडिशन के दिनो को भी याद किया जब उन्होंने अनगिनत ऑडिशन दिए थे और उसमें उन्हें रिजेक्शन मिला था वो कहते हैं दो-तीन साल से मैं ऑडिशन दे रहा था और लगातार रिजेक्शन मिल रहा था आखिरकार मुझे मेरी पहली फिल्म प्यार का पंचनामा के ऑडिशन का मौका मिला मैं काफी लकी हूं कि मुझे पहला अवसर उस फिल्म में मिला था।
खुद पर हमेशा विश्वास बनाए रखा।
कार्तिक आगे कहते हैं मुझे रिजेक्शन की आदत हो गई थी मैं एक तरह से बेशर्म हो गया था एक सीमा के बाद आपको कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई क्या कह रहा है लेकिन आपको दिखाना पड़ता है खुद पर विश्वास बनाए रखना पड़ता है जब पूरी दुनिया आप पर डाउट करती है ऐसे में एक आप ही हो जो खुद को उस डाउट से बचा सकते हो बड़े से बड़े रिजेक्शन के बाद मैं सोचता था इससे बुरा और क्या हो सकता है इसके बाद तो मैं इससे ऊपर ही जाऊंगा मुझे हमेशा से मेनिफेस्टेशन में विश्वास था मुझे जो चाहिए था उसे मैं लिखा करता था सब कुछ मेरी नोटबुक में लिखा है मुझे लगता है कहीं ना कहीं सब कुछ मिलना शुरू हो गया है।