NCERT Class 6 updates: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने इस वर्ष कक्षा 6 के पाठ्यक्रम में “राष्ट्रीय युद्ध स्मारक” नामक एक नई कविता और “वीर अब्दुल हमीद” नामक एक अध्याय जोड़ा है। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे के अनुसार की गई है। यह पहल न केवल बच्चों को भारतीय सैनिकों के बलिदानों के बारे में जागरूक करती है, बल्कि देशभक्ति और साहस के मूल्यों को भी सिखाती है। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचे के लक्ष्यों के अनुरूप है।
पहल का उद्देश्य
यह प्रयास रक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय के बीच एक सहयोग है, जिसका उद्देश्य स्कूल के बच्चों में देशभक्ति, कर्तव्य, साहस और बलिदान के मूल्यों को स्थापित करना है। इस पहल का लक्ष्य बच्चों को यह समझाना है कि देश की रक्षा में सैनिकों का क्या योगदान होता है और हमें उनकी कद्र करनी चाहिए। इस प्रकार के पाठों से बच्चों में राष्ट्रीय भावना और जिम्मेदारी का विकास होता है, जिससे वे भविष्य में समाज के अच्छे नागरिक बन सकें।
वीर अब्दुल हमीद का सम्मान
कविता “राष्ट्रीय युद्ध स्मारक” का उद्देश्य इस स्मारक की भावना और महत्व की सराहना करना है। “वीर अब्दुल हमीद” अध्याय CQMH अब्दुल हमीद को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अद्वितीय साहस का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया और मरणोपरांत परम वीर चक्र से सम्मानित किए गए। यह अध्याय बच्चों को बताता है कि कैसे एक व्यक्ति का साहस और बलिदान पूरे देश के लिए प्रेरणा बन सकता है।
स्मारक का ऐतिहासिक संदर्भ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को देश को समर्पित किया। यह स्मारक नई दिल्ली के इंडिया गेट के निकट केंद्रीय विस्टा क्षेत्र में स्थित है। इसका उद्देश्य नागरिकों में उच्च नैतिक मूल्यों, बलिदान और राष्ट्रीय भावना को बढ़ावा देना है। यह उन सभी सैनिकों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी है। इस स्मारक के माध्यम से, लोगों को यह संदेश दिया जाता है कि हम अपने देश की रक्षा करने वाले सिपाहियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें।
प्रचार के लिए कार्य योजना
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्मारक के रूप में पहचान दिलाने के लिए, रक्षा मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय और NCERT के साथ मिलकर कई योजनाएँ बनाई हैं। इन योजनाओं में पाठ्यक्रम में स्मारक से संबंधित संदर्भ और सामग्री को शामिल करना, स्मारक की उपलब्धियों को प्रमोट करना, और छात्रों को इस विषय पर संवेदनशील बनाना शामिल है। इस प्रकार की पहलों से न केवल बच्चों को सैनिकों के बलिदान का महत्व समझ में आता है, बल्कि यह उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए भी प्रेरित करती है।
इस प्रकार के महत्वपूर्ण विषयों को स्कूल शिक्षा में शामिल करके, यह पहल एक ऐसी पीढ़ी तैयार करने का प्रयास करती है जो अपनी विरासत को महत्व देती है, अपने देश के प्रति गर्व महसूस करती है, और समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित होती है।
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