Gurugram News: गांव मोहम्मदपुर अहीर की छात्रा माही ने पहली ही बार में एनडीए क्लियर कर ना केवल अपना बल्कि अपने परिवार के साथ साथ पूरे गांव का नाम रौशन करने का काम किया है। माही ने ना केवल एनडीए इसके साथ साथ आईआईटी मेन्स भी क्लियर किया हुआ है। महत्पूर्ण बात यह है कि माही ने यह एग्जाम बिना किसी कोचिंग के पास किया है। यूपीएससी द्वारा संचालित एनडीए की परीक्षा कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है और ऐसे में एग्जाम क्लियर करना अपने आप में एक बडी बात है। माही ने इसी साल अपनी 12वीं कक्षा भी 95 प्रतिशत अंक हासिल कर पास की है। माही ने एग्जाम में सफलता हासिल कर साबित कर दिया है कि लडकियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। और यदि उन्हें मौका दिया जाए तो वे हर मुसीबत का सामना कर सफलता आवश्य प्राप्त करती है। माही की इस सफलता से परिवार में खुशी की लहर दौड पडी है। घर में परिवारवालों का आना जाना लगा हुआ है।
वही जब माही से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उनका बचपन से ही आर्मी में जाने का सपना था जिसे उन्होंने अपने परिश्रम, मेहनत और लग्न से पूरा किया है। उन्होंने कहा कि समाज के ताने से किसी भी बच्चे को बिना घबराए अपनी मेहनत के बल पर सफलता हासिल कर समाज का मुंह बंद करने का काम करना चाहिए।साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी विद्यार्थी अगर चाहे तो लगातार अभ्यास के जरिए एग्जाम को पास कर सकता है।
वही परिवारवालों का कहना है कि माही शुरु से ही पढाई में अच्छी रही है और आज उसने अपनी मेहनत के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि बेटा अगर पढता है तो केवल एक घर को ऱौशन करता है जबकि लडकी अगर कामयाब होती है तो उसकी कामयाबी से दो घर जगमगाते है।
कहते है “ना बेटी को चांद जैसा मत बनाओ कि हर कोई घूर कर देखे,
बनाना है तो उसे सूरज की तरह बनाओ ताकि घूरने वालों की आंखे जल जाए”
अंत में, बेटी को पढाना भी उतना ही जरुरी है जितना कि बेटे को। आज के समाज में बेटियों को बेटों के समान अधिकार दिए गए है बस जरुरत है तो उसे धरातल पर उतारने की। ताकि समाज में शिक्षा का समान स्तर हो सके। लडकियों के पढने से ना केवल समाज शिक्षित होगा, बल्कि समाज की आर्थिक स्थिति भी सुधरेगी।