Nilgai and Wild Boars Will be Killed in Bihar:-बिहार के पांच जिलों में नीलगाय और जंगली सूअरों द्वारा फसलों को हो रहे नुकसान से निपटने के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। वैशाली, पूर्वी चंपारण, बक्सर, सीवान, और समस्तीपुर में इन जानवरों को मारने के लिए अभियान शुरू किया जाएगा। इन जिलों में नीलगाय और जंगली सूअर बड़ी संख्या में फसलों को बर्बाद कर रहे हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।
अभियान की योजना
राज्य के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रेम कुमार ने इस अभियान की जानकारी दी। बैठक में निर्णय लिया गया कि नीलगाय और जंगली सूअरों को मारने के लिए एक रणनीति तैयार की जाएगी। इसमें पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन, कृषि और पंचायती राज विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। मुखियों की भूमिका भी इन जानवरों को मारने और उन्हें दफनाने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण होगी।
संख्या और नुकसान
एक अनुमान के अनुसार, इन जिलों में नीलगाय की संख्या लगभग तीन लाख है, जबकि जंगली सूअर लगभग 67,000 हैं। ये जानवर झुंड में घूमते हैं और एक दिन में कई एकड़ फसल नष्ट कर देते हैं। इससे न सिर्फ फसलों को नुकसान होता है, बल्कि नीलगाय के अचानक सड़क पर आ जाने से सड़क दुर्घटनाएं भी होती हैं।
किसानों को मुआवजा
सरकार उन किसानों को मुआवजा देने की योजना भी चला रही है, जिनकी फसलें इन जानवरों द्वारा नष्ट की गई हैं। प्रभावित किसानों को प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये मुआवजा दिया जाता है।
इस योजना का उद्देश्य नीलगाय और जंगली सूअरों के आतंक से प्रभावित जिलों में किसानों को राहत पहुंचाना है।