Paris Olympic in India Medal No 3: पेरिस समर ओलंपिक में भारत का बजा डंका। स्वप्रिल ने दिलाया तीसरा पदक.

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Paris Olympic in India Medal No 3 : खेलों के इस महाकुंभ पेरिस समर ओलंपिक में भारत को अब तीसरा मैडल मिल चुका है तीसरा मेडल भी निशानेबाजी में आया है पहले दो मेडल मनु भाकर ने निशानेबाजी में जीतकर कांस्य पदक हासिल किया उसके बाद सरब जोत सिंह के साथ मिलकर मनु जाकर ने दूसरा मेडल शूटिंग में ही जीता था इसके बाद तीसरा मेडल स्वप्रिम ( Swapnil Kusale ) ने भारत को दिलाया यह पदक भी कांस्य है ये तीनो पदक शूटिंग में आया है।

मनु भाकर के बाद स्वप्रिल ने भारत को दिलाया तीसरा कांस्य पदक:

बीते कुछ दिनों में भारत के लिए यह ओलंपिक काफी अच्छा जा रहा है इस ओलंपिक में अब तक भारत को तीन पदक प्राप्त हो चुके हैं यह तीनों पदक शूटिंग में ही भारतीय खिलाड़ियों ने प्राप्त किए हैं भारत ने इस ओलंपिक में अपना डंका बजाते हुए पूरी दुनिया पर छाप छोड़ता है इस ओलंपिक 2024 में भारत की तरफ से 117  खिलाड़ियों ने भाग लिया था.

स्वप्रिल ( Swapnil Kusale ) ने भी दिलाया भारत को मेडल:

स्वप्रिल कुसले ने भारत को तीसरा और कांस्य पदक दिलाया वे रेलवे में टिकट कलेक्टर है और वे धोनी को अपना आदर्श मानते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में कान से पदक जीतने वाले स्वप्रेरणा को बधाई दी है उन्होंने ट्वीट कर लिखा स्वप्निल कुसल का आसाधारण प्रदर्शन। पेरिस समर ओलंपिक में पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन का सूत्र जीतने के लिए आपको बधाई उनके प्रदर्शन विशेष है क्योंकि उन्होंने बहुत अधिक लचीलापन और कौशल दिखाया है वह इस श्रेणी में पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट भी है हर भारतीय खुश है.

भारत के पदको की संख्या तीन हुआ:

भारत के पेरिस ओलंपिक में कुल तीन पदक हो गए हैं तीनों पदक शूटिंग में आए हैं सुप्रीम से पहले मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कौन सी जीता था वही मनु ने सरब जोत के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित स्पर्धा में भी कांस्य अपने नाम किया था.

अभिनव बिंद्रा ने दी बधाई:

भारत को ओलंपिक में पहला व्यक्ति का स्वर्ण जीतने वाले अभिनव बिंद्रा ने लिखा पेरिस ओलंपिक में निशानेबाजी में स्वप्रिल की ऐतिहासिक काल से पदक जीत से बेहद रोमांचित हुई आपकी कड़ी मेहनत भर और जुनून वास्तव में सफल रहा उच्चतम स्तर पर प्रतिस्थापता करना और निशानेबाजी में पदक जीतना आपके समर्पण और प्रतिभा का प्रमाण है अपने भारत को इतना गौरवित किया है और अब सभी को दिखाया है कि सपनों का पीछा करना क्या होता है पेरिस 2024 ओलंपिक एक अविश्वसनीय आयोजन रहा है और आपकी उपलब्धि इसके अविस्मरणीय  को जोड़ती है भविष्य में आप कई और पादरी जीते और सदैव चमकते रहें.

स्वप्रिल 2015 से मध्य रेलवे में काम करते हैं उनके पिता और भाई जिला स्कूल में शिक्षक है और मां गांव की सरपंच है..

ओलंपिक पदार्पण के लिए करना पड़ा उन्हें 12 साल का लम्बा इंतजार:

महाराष्ट्र के कोल्हापुर के कंबलवाडी गांव के रहने वाले 29 वर्ष के स्वप्रिल 2012 से अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में खेल रहे हैं, लेकिन उन्हें ओलंपिक पदार्पण के लिए उन्होंने 12साल का इंतजार करना पड़ा इस दौरान उन्होंने खुद को शांत रखने के लिए धोनी की कहानी पर बनी फिल्म कई बार देखी कुश ने बताया कि वह अभी धोनी की तरह टिकट कलेक्टर है उन्होंने कहा मैं निशानेबाजी में किसी खास खिलाड़ी से मार्गदर्शन नहीं लेता लेकिन अन्य खेलों में धोनी मेरे पसंदीदा है मेरे खेल में भी संचित रहने की जरूरत है और वह भी मैदान पर हमेशा शांत रहते हैं वह भी सभी किसी थे और मैं भी हूं.

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Neyaz Ahmad

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