PM Fasal Bima Yojana: देश भर में किसानों की मदद के लिए सरकार तमाम तरह योजनाएं चलाती है. जिनमें से एक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) है. ये योजना सरकार की कई तमाम योजनाओं में एक महत्वाकांक्षी योजनाओं में भी शामिल है जो किसानों को हुए प्राकृतिक आपदाओं और अन्य अनिश्चितताओं के कारण होने वाली फसल हानि से वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए योजना लाई गई है.
क्या हैं इसका लाभ
यह योजना विभिन्न तरह की मौसमी फसलों, जैसे दलहन, तिलहन, खाद्यान्न,बागवानी और वाणिज्यिक फसलों को बीमा प्रदान करती है. किसानों को अपनी फसलों की बीमा कराने के लिए कम प्रीमियम में भुगतान देना होता है. नुकसान की कुछ स्थिति में, किसान आसानी से ये दावा कर सकते हैं और मुआवजा को प्राप्त कर अपनी नुकसान की भरपाई कर सकते हैं. ये बीमा योजना किसानों को बैंक ऋण में प्राप्त करने में भी मदद करती है.
कैसे करें अप्लाई
किसान भाई अपने नजदीकी CSC पर जाकर PMFBY के लिए आवेदन कर सकते हैं. आपको अपनी पहचान, पता, जमीन से जुड़े हुए कागजात और फसल बोने का प्रमाण भी जमा करना होगा. तय किये हुए प्रीमियम का भुगतान करें. बीमा प्रमाण पत्र प्राप्त को करें जो आपके फसल बीमा के कवरेज का प्रमाण होगा.
कैसे करें बिमा दावा
अगर आप का फसल नुकसान होता हैं तो, तुरंत अपने नजदीकी CSC या बीमा कंपनी को सूचित कीजिए. बीमा कंपनी आपके खेत का मूल्यांकन करेगी और आप के नुकसान का आकलन करेगी. मूल्यांकन के तुरंत बाद आपको बीमा कंपनी से तुरंत मुआवजा प्राप्त हो जायेगा.
कब तक करा सकते हैं इस योजना में बीमा
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत खरीफ फसलों के लिए बीमा शुरू हो गया हैं. SBI जनरल इंश्योरेंस कंपनी को 2024-25 और 2025-26 के लिए बीमा कंपनी नामित किया है. खरीफ की फसल में धान, मक्का, ज्वार, अरहर, उड़द, बाजरा, केला और मिर्च शामिल हैं. धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, उड़द और अरहर फसल के लिए राशि का दो फीसदी और केला, मिर्च के लिए पांच फीसदी किसानों की ओर से प्रीमियम देय ला भुगतान किया जाना है.
बीमा कराने की अंतिम तारीख 31 जुलाई है. योजना से जुड़ी और अधिक डिटेल्स के लिए किसान भाई योजना के आधिकारिक वेबसाइट pmfby.gov.in की मदद भी ले सकते हैं. इसके अलावा किसान भाई हेल्पलाइन नंबर 1800-180-1111 / 1800-110-001 पर भी सम्पर्क कर सकते हैं.
कब से शुरू हुई योजना
प्रधानमंत्री मोदी ने 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की शुरुआत किये थे, जिसमें फसल बीमा में विसंगतियों को दूर कर किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने का प्रावधान को दिया गया है.