Priyanka Gandhi Lok Sabha By Election 2024: प्रियंका गांधी पहली बार खुद भी चुनाव लड़ने जा रही है वह राहुल गांधी की छोड़ी हुई वायनाड लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार बनाई गई हैं सवाल यह है कि क्या राहुल गांधी की ही तरह वहां के लोग प्रियंका गांधी को भी बढ़-चढ़कर वोट देंगे।
प्रियंका गांधी वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव पहली बार अपना आप पर्चा दाखिल करेगी कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को बाकायदा अपना अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर दिया है और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल का दावा है कि वह रिकॉर्ड वोटो से जीत हासिल करेंगी।
केसी वेणुगोपाल की रिकॉर्ड वोटो से जितने को कैसे समझे।
क्या प्रियंका गांधी हुई वायनाड में राहुल गांधी की जीत का रिकॉर्ड वास्तव में तोड़ने जा रही है या संभव भी है और नहीं भी संभव है वायनाड में 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजा 23 नवंबर को आएंगे.
अगर प्रियंका गांधी चुनाव जीत जाती है तो ऐसा पहली बार होगा जब गांधी परिवार के तीनों सदस्य एक साथ संसद में होंगे राहुल गांधी तो लोकसभा में विपक्ष के नेता ही है और सोनिया गांधी राज्यसभा सांसद है लेकिन ऐसा करके कांग्रेस क्या अपने खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के परिवारवाद के आरोपी को मजबूत नहीं करने जा रही है?
प्रियंका के लिए चुनावी राह कितनी आसान कितना मुश्किल।।
अब तक गांधी परिवार के सदस्य जब नामांकन भरते थे तो प्रियंका गांधी पीछे या बगल में खड़ी नजर आती थी लेकिन वायनाड से इस बार वह खुद अपना पर्चा दाखिल करने जा रही है जैसे 2019 में उनका औपचारिक राजनीति में कांग्रेस महासचिव बनाकर एंट्री दी गई वैसी ही औपचारिक कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम दर्ज कर निभाई गई है।
वैसे भी प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाए जाने के लिए औपचारिकता की बची थी क्योंकि यह घोषणा तो लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के कुछ दिन बाद ही कर दी गई थी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ मीटिंग के बाद साथ आए राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ने की बात बताइए और तभी से यह बताया गया कि उपचुनाव में प्रियंका गांधी कांग्रेस की नजर होगी।
क्या लोग राहुल गांधी और प्रियंका गांधी में फर्क करेंगे।
17 जून 2024 को वायानाड की सीट छोड़ते वक्त राहुल गांधी ने कहा था वायानाड और रायबरेली से मेरा भावनात्मक रिश्ता है मैं पिछले 5 साल से वायानाड से सांसद था मैं लोगों को उनके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं यह एक कठिन निर्णय था।
तभी प्रियंका गांधी ने भी चुनावी वादा कर दिया था मैं बस इतना कहूंगी कि मैं उनकी (राहुल गांधी) कभी महसूस नहीं होने दूंगी मैं कड़ी मेहनत करूंगी और सभी को खुश करने और एक अच्छी ही प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगी।
राहुल की ही तरह रायबरेली और वायानाड दोनों से जुड़े होने की बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा मैं रायबरेली में भी अपने भाई की मदद करूंगी हम दोनों रायबरेली और वायनाड में मौजूद रहेंगे।
प्रियंका को चुनाव लड़कर कांग्रेस ने नई मुसीबत मोल ली।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बाद प्रियंका गांधी परिवार की चौथी सदस्य है जो चुनाव और लड़ने के लिए दक्षिण भारत का रूप कर रहे हैं और यह बात तो है कि दक्षिण के लोगों ने गांधी परिवार को अब तक कभी निराश नहीं किया है।
लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी के कांग्रेस मुक्त भारत मुहिम की हवा भले निकाल दी हो लेकिन प्रियंका गांधी को लोकसभा चुनाव लड़ा कर कांग्रेस भी नहीं मुसीबत मूल ले रही है अगर प्रियंका गांधी भी संसद पहुंच जाती है तो भारतीय जनता पार्टी के नेता रोज ही कांग्रेस पर परिवारवाद की राजनीति के आरोप लगाएंगे।
वैसे तो मुलायम सिंह यादव भी परिवार के पांच सदस्यों के साथ लोकसभा मैं बैठे देखे गए हैं लेकिन यह पहली बार होगा जब गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में होंगे राज्यसभा में सोनिया गांधी जबकि लोकसभा में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी।