Rahul Gandhi Haryana Assembly Election Opinion: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को लैंडस्लाइड विक्ट्री मिलती दिख रही है पर वहीं भारतीय जनता पार्टी के वोट परसेंटेज में कमी होती नहीं दिख रही है सवाल यह है कि भारतीय जनता पार्टी के वोट काटे नहीं तो कांग्रेस को इतना बड़ा समर्थन मिला कैसे? इसके पीछे कौन सी शक्तियां काम कर रही थी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग संपन्न हो चुका है एग्जिट पोल में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है एग्जिट पोल के अनुसार कांग्रेस को 50 से 60 सीट मिल सकती है जबकि भारतीय जनता पार्टी को 20 से 28 पर संतोष करना पड़ सकता है पर जैसा की बताया जा रहा है कि कांग्रेस लेंस लाइट विक्ट्री की ओर भी बढ़ जाए मतलब साफ है कि यह भी हो सकता है.
कांग्रेस कल 90 में से 80 से ज्यादा सिम हासिल कर ले अब सवाल उठता है कि कांग्रेस की इतनी बड़ी विजय के पीछे कौन सी शक्तियां काम कर रही है? क्या इस बड़ी विजय के पीछे कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मेकओवर और उनकी बढ़ती लोकप्रियता है? क्या इससे बड़ी विजय के पीछे भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जाट बेल्ट और हरियाणा की राजनीति पर जबरदस्त पकड़ है? या फिर भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय नेतृत्व की असफलता है।
राहुल गांधी की लोकप्रियता और कांग्रेस का डू ओर डाई का अंदाज भारतीय जनता पार्टी पर पड़ा भारी।
इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती है कि राहुल गांधी को अब देश का एक तब का सुन रहा है राहुल गांधी की बातों में लाख नुस्खे निकल सकते हैं पर एक साथ आपका उन्हें ध्यान लगाकर सुन ही नहीं रहा है बल्कि उन पर भरोसा कर रहा है राहुल गांधी ने जब पिछड़ों को मिले कर बोलना शुरू किया तब यही लगता था कि कांग्रेस खुद तो कभी पितरों के लिए कुछ कि नहीं अब उनके अधिकार की रोज बातें कर रही है कौन करेगा उन पर भरोसा? पर हर सभा चौक चौबारे में उनका पिछड़ा और दलित दुर्दशा पर बोलना काम करता नजर आ रहा है।
क्या हुड्डा फैमिली है कांग्रेस की भारत का असली कारण।
अब आते हैं हरियाणा में कांग्रेस को लीड करने वाले भूपेंद्र सिंह हुड्डा की फैमिली इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती है कि हुड्डा पिता पुत्र ने इन चुनाव में जितनी मेहनत की है उतनी मेहनत किसी ने नहीं की है हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस चुनाव में सबसे ज्यादा रैलियां और सफाई की है बल्कि यू कहे तो अतिशयोक्ति न ना होगी कि यह विजय इन्हीं पिता पुत्र की देन है हरियाणा की लड़ाई लोकप्रियता के बल पर नहीं लड़ी जाती है हरियाणा में आप लोकप्रिय हो सकते हैं पर भूत तक वोट डलवाने के लिए बड़ी लड़ाई लड़नी होती है।
एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी का वोट परसेंटेज ना घटना क्या कहता है।
एग्जिट पोल को अगर ध्यान से देखे तो पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी के वोट में कमी नहीं हुई है बल्कि एक से डेढ़ परसेंट की बढ़ोतरी ही हुई है जबकि कांग्रेस अपने 2019 के वोट के मुकाबले करीब सात परसेंटेज की बढ़त पर है इसलिए राजनीति के जानकार कह रहे हैं कि यह अभी हो सकता है कि कांग्रेस बहुत बड़ी विजय हासिल करें क्योंकि 5 परसेंटेज वोट की बढ़ोतरी पर ही बहुत बड़ा उलट फिर हो जाता है यहां तो करीब 8% दिख रहा है पर भारतीय जनता पार्टी का वोट परसेंटेज न घटना या दिखता है कि यह पार्टी की हार नहीं है और ना ही इसे एंटीइनकंबनसी की वजह मान सकते हैं।
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