नई दिल्ली: चुनाव से पहले और सातवें चरण तक के चुनाव तक यह सवाल बना हुआ था कि क्या राम मंदिर का फायदा बीजेपी को मिलेगी बीजेपी की उम्मीद था कि यूपी तो इसका असर जरूर दिखेगा लेकिन आज जो नतीजे आ रहे हैं उसे यह बात साफ हो गई है कि ऐसा बिल्कुल नहीं है बीजेपी फैजाबाद सीट पर बहुत ज्यादा पीछे चल रही है।
लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले और आखिरी चरण की वोटिंग तक राम मंदिर की काफी चर्चा हो रही थी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा के तमाम बड़े से बड़े नेता राम मंदिर का जिक्र कर रहे थे बीजेपी को राम मंदिर के उद्घाटन से न केवल अप बल्कि देश के बहुत सारे हिस्से में बढ़त मिलने की उम्मीद थी मंगलवार लोकसभा चुनाव नतीजे के ठीक पहले 400 पर की बात हो रही थी लेकिन नतीजा के दिन मंगलवार को एनडीए और इंडिया के बीच में कांटे का मुकाबला दिख रहा है।
रुझानों में एनडीए को भले ही बहुमत मिलता दिख रहा है लेकिन अकेले भाजपा बहुमत से दूर जाती दिख रही है अकेले भाजपा बहुमत से दूर नजर आ रही है उसके पीछे एक बड़ा कारण यह भी है किसबसे बड़े राज्य यूपी में इसका प्रदर्शन यहां भाजपा ने सभी सीटों को जीतने का टारगेट रखा था और उसे उम्मीद थी कि इस बार राम मंदिर के सारे वह ऐसा कर पाएगी लेकिन जैसे-जैसे वोटो की गिनती आगे बढ़ रही है उसे ऐसा लग रहा है कि यह नहीं हो पाया है।
राम मंदिर उद्घाटन के दिन विपक्षी नेताओं का न जाना बना था बहुत बाद मुद्दा
22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दिन सबसे बड़ा मुद्दा बना था कि विपक्ष के नेताओं का उसे कार्यक्रम में न जाना कांग्रेस समाजवादी पार्टी समेत विपक्ष के बड़े-बड़े नेताओं ने जब इस कार्यक्रम से दूरी बनाई तो इसको लेकर भाजपा की ओर से उन पर काफी हमला बोला गया था जो कि आप लोग भी देख चुके हैं उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में चुनावी सभा के दौरान नरेंद्र मोदी ने चुनावी मंच में सपा कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पर जमकर निशाना साधा था और मोदी ने मंच से संबोधन में कहा था कि सपा कांग्रेस वाले सरकार में आए तो राम मंदिर पर बुलडोजर भी चलवा देंगे ।
सपा कांग्रेस वाले अगर सरकार में आ गए तो रामलला को फिर से टेंट में भेज देंगे और राम मंदिर पर बुलडोजर भी चलवा देंगे वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि देश के दूसरे हिस्से में भी जहां भी प्रचार करने के लिए वह गए थे वहां उन्होंने काफी कहा कि जो राम को लाए हैं और जनता उनको लेगी फिलहाल जो नतीजे सामने आ रहे हैं उसमें बीजेपी के लिए वैसी बात नहीं दिख रही है।
राम मंदिर का मुद्दा ठंडा न पड़े इसके लिए लगाया बहुत जोर
इसमें कोई भी दो राय नहीं है कि 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश में एक अलग ही माहौल आप सभी को नजर आ रहा था सिर्फ अयोध्या ही नहीं यूपी ही नहीं पूरे देश में जश्न का माहौल था और जश्न भी मनाया जा रहा था दिन बार भी था क्योंकि राम मंदिर का सपना पूरा हो रहा था उसे दिन जो लहर नजर आ रही थी उसके बाद भाजपा की ओर से यूपी समेत पूरे देश में जबरदस्त लहर बनने की कोशिश की गई है।
रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 2 महीने तक बड़ी-बड़ी बीजेपी की राज्य सरकार के मंत्रिमंडल के साथ-साथ तमाम वीआईपी लोगों का अयोध्या जाने का सिलसिला जारी रहा पूरी काव्यगत इस बात का था कि इस राज्य में चुनाव तक राम मंदिर का मुद्दा एक दिन के लिए भी ठंडा ना पढ़ने पे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंबे समय तक प्रदेश में देना डाले रहे अयोध्या में रोड शो किया लेकिन इसका असर होता अब नहीं दिख रहा है।
आप सभी को बताते चालू की कोरोना के समय में ही इसका निर्माण का काम शुरू हो गया था और रिकार्ड समय से भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हुआ 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन हो गया था जब अब नतीजे आ रहे हैं उसे ऐसा लगता है कि बीजेपी को जो उम्मीद थी कि राम मंदिर के जरिए हिंदू वोट एक झूठ उसके पक्ष में जाएगा ऐसा बिल्कुल भी नहीं दिख रहा है।