सावन का महीना हिन्दुओ के लिए बहुत अधिक महत्व रखता है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा महत्व है। Sawan की बारिश में प्रकृति की सुंदरता अद्भुत होती है, सावन में कई हिंदू त्योहार मनाए जाते हैं, जो इसे और भी खास बनाते हैं।
भगवान शिव का आलौकिक महत्व
भगवान शिव हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं। भगवन शिव की आराधना से आध्यात्मिक का विकास होता है। Sawan के महीने में भगवान शिव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलते है, श्रावण महीने में भक्तों की आस्था चरम पर होती है। कई लोग कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं, जहां हरिद्वार, गोमुख जैसी जगहों से गंगा जल लाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। यह यात्रा भक्ति का अनूठा प्रतीक है।
व्रत की आसान विधि
1. व्रत की नियत करें और भगवान शिव की पूजा के लिए तैयारी करें।
2. स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
3. पूजा की सामग्री इकट्ठा करें, जैसे कि फूल, बेल पत्र, धतूरा, आदि।
व्रत का पालन कैसे करें
सुबह स्नान कर हथेली में जल लेकर व्रत का संकल्प करें और अपनी मनोकामना भगवान शिव से मांगें। घर या मंदिर में शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। फूल, बेलपत्र, धतूरा अर्पित करें। शिव मंत्रों का जाप करें और उनकी महिमा का गुणगान करें। दिनभर सिर्फ पानी या फल लें, नमक और अनाज से परहेज करें। शाम को शिव पूजा के बाद दूध या साबूदाने की खीर खाकर व्रत खोलें। दान करें और भगवान शिव का आभार व्यक्त करें। इस तरह पूरे मन से शिव भक्ति में डूबें।
Sawan के महीने में इन मंत्रो का करें जाप
1 . ॐ शिवाय नम:
2. ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्
3 . “ॐ नमः शिवाय”
सावन में लगाएं ये शुभ पौधे
- तुलसी
- आवला
- नीम
- पुदीना
- मणि प्लांट आदि
प्रकृति का अनुपम सौंदर्य
Sawan में बारिश की फुहारें प्रकृति को और खूबसूरत बनाती हैं। हरियाली और फूलों की बहार से चारों ओर रंग बिखर जाते हैं। सावन की बारिश सबके मन को भाती है। इस दौरान महिलाएं मेहंदी, हरी चूड़ियां, और रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर सजती-संवरती हैं, जो शुभ माना जाता है।
सावन के रंगीन त्योहार
Sawan में कई त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे रक्षाबंधन, नाग पंचमी, हरियाली तीज, मंगलागौरी व्रत, वरलक्ष्मी व्रत और श्रावण सोमवार व्रत। ये त्योहार इस महीने को और खास बनाते हैं।
रक्षाबंधन: सावन के महीने का सबसे मुख्य त्यौहार रक्षाबंधन है जो भाई-बहन के प्रेम और स्नेह का त्योहार है, जिसमें बहन अपने भाई को राखी बांधती है और भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देता है।
हरियाली तीज: हरियाली तीज महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है। यह पर्व सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है, इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं और भगवान शंकर तथा माता पार्वती जी की पूजा करती हैं।
श्रावण महीना हिंदू धर्म में आस्था और भक्ति का प्रतीक है। भगवान शिव की पूजा करने से आत्म-शांति और आध्यात्मिक विकास होता है। बारिश की फुहारों में प्रकृति की सुंदरता और रंग-बिरंगे त्योहार इस महीने को अविस्मरणीय बनाते हैं।