Shikhar Dhawan announces retirement: शिखर धवन का भारतीय टीम में प्रवेश 2010 में आना किसी फेरी टेल से कम नहीं था।
और उनका 2024 में संन्यास लेना भी कुछ अलग नहीं रहा। लेकिन इन 14 सालों में उन्होंने जो किया, वह वास्तव में प्रेरणादायक है।
शिखर धवन का भारतीय क्रिकेट में सफर: संघर्ष और सफलता की कहानी
जहां उनका करियर एक ‘डक’ (शून्य) से शुरू हुआ, वहीं धवन ने एक मजबूत पहचान बनाई और भारत के सबसे कामयाब वनडे बल्लेबाजों में से एक बने। रोहित शर्मा और विराट कोहली के साथ भारतीय बल्लेबाजी त्रिमूर्ति का हिस्सा रहे धवन की अहमियत हाल के समय में कम आंकी गई, सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्होंने पिछले दो साल से भारतीय टीम में जगह नहीं बनाई। लेकिन जब तक धवन टीम का हिस्सा रहे, उन्होंने भारतीय क्रिकेट को मजबूत बनाने में बड़ा योगदान दिया।
धवन के क्रिकेट करियर के अंत के साथ, हम उनकी कुछ यादगार पारियों को याद करते हैं जो उन्हें ‘द-वन’ बनाती हैं।
187 बनाम ऑस्ट्रेलिया, मोहाली 2013
भारतीय टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण पर शतक बनाने वाले 17 खिलाड़ियों में से एक धवन का यह प्रदर्शन अद्वितीय है। वीरेंद्र सहवाग की जगह टीम में आए धवन का यह सपना एक बुरा सपना भी हो सकता था। पहली गेंद पर जब मिचेल स्टार्क की गेंद धवन के बिना खेले ही स्टंप्स पर लगी, तो वह बिना गेंद खेले ही रन आउट हो सकते थे। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपील नहीं की। इसके बाद धवन ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी पर कहर बरपाया, 85 गेंदों पर सबसे तेज शतक बनाया। धवन ने 33 चौके और 2 छक्के लगाए और 13 रन से दोहरे शतक से चूक गए, लेकिन अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से कई रिकॉर्ड तोड़े।
114 बनाम दक्षिण अफ्रीका, कार्डिफ 2013
6 जून 2013 को धवन और रोहित शर्मा ने पहली बार ओपनिंग की और वनडे क्रिकेट में सबसे खतरनाक ओपनिंग जोड़ियों में से एक बन गए। धवन ने इस मैच में अपना पहला वनडे शतक बनाया और रोहित के साथ 127 रन जोड़े। धवन को एबी डिविलियर्स ने स्टंप करने का मौका गंवाया, और उन्होंने इसका भरपूर फायदा उठाया। धवन ने 53 गेंदों पर 53 रन बनाए, और फिर गियर्स बदलते हुए त्सोत्सोबे की गेंद पर चौका और छक्का मारा। यह मैच जीतने के बाद, धवन ने साबित कर दिया कि वह नई भारतीय टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा बनने वाले हैं।
98 बनाम न्यूजीलैंड, वेलिंगटन 2014
धवन शतक से 2 रन दूर रह गए, लेकिन उनकी यह पारी भारत के लिए शतक जितनी ही महत्वपूर्ण थी। न्यूजीलैंड की टीम को 192 रन पर समेटने के बाद भारत की टीम भी 24 रन पर 3 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। धवन ने तेज गति से रन बनाए और 14 चौकों और 1 छक्के की मदद से टीम को संकट से उबारा।
137 बनाम दक्षिण अफ्रीका, मेलबर्न 2015
2015 विश्व कप से पहले, धवन ने ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक प्रदर्शन किया था। लेकिन विश्व कप के आते ही उन्होंने अपनी फॉर्म हासिल की। रोहित शर्मा के जल्दी आउट होने के बाद, धवन और कोहली ने साझेदारी बनाई और धवन ने तेजी से रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 16 चौके और 2 छक्के मारे, और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।
190 बनाम श्रीलंका, गॉल 2017
धवन ने श्रीलंकाई गेंदबाजों को 2017 के गॉल टेस्ट में बुरी तरह पीटा। 168 गेंदों में 190 रन बनाकर धवन ने श्रीलंका के खिलाफ एक यादगार पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 33 चौके लगाए और 31 पर जीवनदान मिलने के बावजूद अपनी पारी को और मजबूत किया। यह उनका इस मैदान पर दूसरा शतक था, और उन्होंने भारत को एक मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
117 बनाम ऑस्ट्रेलिया, ओवल 2019
2019 विश्व कप में धवन ने एक बार फिर साबित किया कि बड़े टूर्नामेंट्स में वह भारत के लिए कितने महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उन्होंने 117 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 92 रन उन्होंने टूटी हुई अंगुली के साथ बनाए। चोट के बावजूद धवन ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और भारत के लिए महत्वपूर्ण शतक पूरा किया।
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