Shubhanshu Shukla Axiom 4 Mission: मेरे साथ मेरे कंधे पर तिरंगा है… कमाल की राइड, अंतरिक्ष में रवाना होने पर क्या-क्या बोले शुभांशु

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Axiom 4 Mission: मेरे साथ मेरे कंधे पर तिरंगा है… कमाल की राइड, अंतरिक्ष में रवाना होने पर क्या-क्या बोले Shubhanshu Shukla

हजारों सपनों को साकार करता एक ऐतिहासिक सफर

अंतरिक्ष में भारत का नाम एक बार फिर गूंजने लगा है इस बार उत्तर प्रदेश के रहने वाले शुभांशु शुक्ला जो Axiom 4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हो गए हैं।  जब रॉकेट ने उड़ान भरी शुभांशु ने कहा मेरे साथ मेरे कंधे पर तिरंगा है। ये एक शानदार ड्राइव है!सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ चैनलों तक उनकी चर्चा छा गई है। 

हर कोई जानना चाहता है कि शुभांशु शुक्ला कौन हैं? उनका मिशन क्या है? और उड़ान भरने के बाद उन्होंने क्या कहा? 

प्यारे देशवासी नमस्कार:

शुभांशु शुक्ला ने ड्रैगन अंतरिक्षयान में 10 मिनट की यात्रा के बाद कहा नमस्कार मेरे प्यारे देशवासियों 41 साल बाद हम अंतरिक्ष में पहुंच गए हैं। यह यादगार यात्रा है। हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से धरती का चक्कर काट रहे हैं मेरे कंधों पर भारत का तिरंगा लगा है और यह सिर्फ आईएसएस तक की मेरी यात्रा की शुरुआत नहीं है, बल्कि भारत की मानव अंतरिक्ष उड़ान की भी शुरुआत है। मैं चाहता हूं कि आप सभी मेरी यात्रा का हिस्सा बनें, आइये, हम सब मिलकर भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम को आगे बढ़ाएं।

कौन हैं शुभांशु शुक्ला?

शुभांशु शुक्ला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के रहने वाले हैं। बचपन से ही अंतरिक्ष के प्रति उनका खास लगाव रहा। पढ़ाई में अव्वल रहने वाले शुभांशु ने इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद अमेरिका का रुख किया। वहां उन्होंने NASA और Axiom Space जैसी बड़ी संस्थाओं में काम करके अपना नाम बनाया।

शुभांशु की मेहनत रंग लाई और उन्हें Axiom 4 मिशन का हिस्सा बनने का मौका मिला। यह मिशन पूरी तरह से कमर्शियल है लेकिन इसका उद्देश्य विज्ञान, तकनीक और शांति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

उड़ान के वक्त बोले दिल छू लेने वाले शब्द:

Axiom Space द्वारा लॉन्च किए गए इस मिशन में जैसे ही रॉकेट ने धरती को छोड़ा, लाइव टेलीमेट्री पर शुभांशु की आवाज गूंजती है—
मेरे साथ मेरे कंधे पर तिरंगा है… कमाल की राइड!
यह कहते वक्त उनकी आवाज में आत्मविश्वास, गर्व और उत्साह साफ महसूस हो रहा था।

उनकी ये बात सुनकर सिर्फ भारत ही नहीं, दुनियाभर के लोग भावुक हो गए। भारत के प्रधानमंत्री से लेकर आम नागरिकों तक, हर किसी ने इस पल को ऐतिहासिक बताया।

Axiom 4 मिशन का उद्देश्य क्या है?

Axiom 4 मिशन जिसका संचालन अमेरिकी निजी अंतरिक्ष कंपनी Axiom Space कर रही है एक विशिष्ट मिशन है जो चार सदस्यीय टीम को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर भेजता है. मिशन का उद्देश्य:

  • अंतरिक्ष में वैज्ञानिक खोजें।
  • माइक्रोग्रैविटी में नवीनतम उपकरणों की जांच।
  • अंतरिक्ष पर्यटन का भविष्य सुनिश्चित करना। 

शुभांशु इस मिशन में फ्लाइट इंजीनियर की भूमिका निभा रहे हैं. मिशन से पहले उन्होंने करीब एक वर्ष तक गहन ट्रेनिंग ली जिसमें जी-फोर्स स्पेससूट हैंडलिंग और शून्य गुरुत्वाकर्षण जैसे परिस्थितियों से निपटने की प्रक्रियाएं शामिल थीं। 

मिशन के लिए कैसे चुने गए शुभांशु?

Axiom Space ने इस मिशन के लिए दुनिया भर से प्रतिभाशाली स्पेस इंजीनियर्स और वैज्ञानिकों की लिस्ट तैयार की थी। शुभांशु का नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर आया। वजह थी—उनका शानदार तकनीकी ज्ञान, अनुभव और उनकी भारत के लिए कुछ कर गुजरने की जिद।

इंटरव्यू के दौरान शुभांशु ने कहा,
मैं सिर्फ अपने लिए नहीं, भारत के लिए उड़ रहा हूं। ये तिरंगा मेरी पहचान है।

अंतरिक्ष से पहला संदेश

उड़ान भरने के कुछ घंटों बाद जब स्पेसक्राफ्ट ने कक्षा में प्रवेश किया, तब शुभांशु ने वीडियो कॉल के जरिए परिवार और भारतीय मीडिया से बात की। उन्होंने कहा:
धरती बहुत सुंदर दिखती है यहां से। मैं अपने देश की मिट्टी को मिस कर रहा हूं लेकिन गर्व है कि भारत अब अंतरिक्ष में और ऊंचा उड़ रहा है।

उन्होंने बताया कि स्पेसशिप के अंदर सबकुछ एकदम सटीक और प्लान के अनुसार चल रहा है। वहां जीरो ग्रेविटी में काम करना एक अलग ही अनुभव है, लेकिन उन्होंने इसकी पूरी ट्रेनिंग ली थी।

भारत में खुशी की लहर:

शुभांशु की इस उड़ान से पूरे देश में खुशी की लहर है। उनके गांव में मिठाइयां बांटी जा रही हैं, स्कूलों में बच्चों को उनके बारे में बताया जा रहा है, और सोशल मीडिया पर #ShubhanshuInSpace ट्रेंड कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया:
“शुभांशु शुक्ला पर देश को गर्व है। आप भविष्य की प्रेरणा हैं। तिरंगे को अंतरिक्ष तक पहुंचाने के लिए धन्यवाद।”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके गांव में विज्ञान केंद्र खोलने की घोषणा की।

आने वाले दिन: अंतरिक्ष में अनुसंधान और प्रयोग

Axiom 4 मिशन के दौरान शुभांशु और उनकी टीम निम्नलिखित प्रयोग करेंगे:

  • अंतरिक्ष में नई दवाओं के प्रभाव पर शोध
  • माइक्रो ग्रैविटी में कृषि तकनीकों की टेस्टिंग
  • भारतीय छात्रों के बनाए गए मिनी सैटेलाइट्स पर ट्रायल

इसके अलावा, शुभांशु अंतरिक्ष से लाइव क्लास भी लेंगे, जिससे भारत के लाखों छात्रों को सीधा लाभ मिलेगा।

शुभांशु का युवा संदेश:

शुभांशु ने रवाना होने से पहले युवाओं को एक विशिष्ट संदेश भेजा था:

“अगर आपका सपना अंतरिक्ष तक पहुंचना है तो किसी भी मुश्किल से मत डरिए. मेहनत और लगन से सबकुछ संभव है. और हां कभी मत भूलिए कि आप भारतीय हैं।”

निकास:

शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान सिर्फ एक मिशन नहीं है यह एक संदेश है कि भारत अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है और तिरंगा अब अंतरिक्ष की ऊंचाइयों को छू रहा है। उनकी सफलता देश के करोड़ों युवा लोगों को प्रेरणा देगी। आज हम सब कह सकते हैं कि हमारे सपनों को पंख मिल गए हैं और उनका नाम शुभांशु शुक्ला है। 

शुभांशु शुक्ला के बारे में और गहराई से जानकारी ले सकें:

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें:
Axiom Space – Meet the Axiom Mission 4 Crew

यह लिंक Axiom Space की आधिकारिक वेबसाइट पर है, जहाँ Axiom 4 मिशन से जुड़ी पूरी टीम, मिशन उद्देश्य, लॉन्च डिटेल्स और अपडेट्स उपलब्ध हैं।

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