Timetable For All Types of Students: आप टाइम तो देते हैं, लेकिन कुछ प्रोडक्टिव नहीं होता? तो हो सकता है आप अपने टाइम टेबल को सही से फॉलो ना कर रहे हो या फिर यह भी हो सकता है कि आपका टाइम टेबल बैलेंस ना हो। इस पोस्ट में काफी अच्छे से बताया गया है कि आप किस सब्जेक्ट को कितना समय है दें। अगर आप इसे फॉलो करते हैं तो आपको ओवरस्ट्रेस्ड भी नहीं होगा क्योंकि इसमें बीच-बीच में कुछ समय का गैप भी शामिल है।
अपने टाइम टेबल में हर सब्जेक्ट को समय दें। साथ ही रेविसिओं भी जरूर करें। और लगातार ही पढ़ते न रहे कुछ देर का ब्रेक बहुत जरूरी है। साथ ही इस दौरान देश दुनिया से बिलकुल अलग ही न हो जाएँ। बाकी चीज़ों के लिए भी समय निकालें। पढ़ने वाले बच्चों का टाइम टेबल ऐसा होना चाहिए जिसमें सभी सब्जेक्ट कर हो। रात में उन्हें रिवीजन का भी टाइम मिले। केवल स्कूल ओर कॉलेज के बच्चे ही नहीं सभी के लिए इस approach को फॉलो करना जरूरी हो जाता है। खासकर कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए एक ख़ास लाइफस्टाइल और टाइम टेबल बनाना बहुत ज़रूरी है। समय का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। आपका टाइम टेबल ऐसा होना चाहिए जिससे आप हर एक सब्जेक्ट पर ध्यान दे सकें। यहाँ हम आपको एक कम्पलीट टाइम टेबल बताने जा रहे हैं।
सुबह का रूटीन।
5:00 AM – 7:00 AM:
उठना और फ्रेश होना: सुबह जल्दी उठें और थोड़ी देर ध्यान या मेडिटेशन करें। इससे मन शांत रहेगा और आप ज्यादा देर तक मन लगा कर पढ़ पाएंगे। साथ ही कंसंट्रेशन पावर भी अच्छी होगी।
एक्सरसाइज: बस ½ घंटे का हल्का फुल्का व्यायाम या योग करने से ही आपकी प्रोडक्टिविटी काफी हद तक बढ़ जाएगी।
नाश्ता: सुबह का हेल्दी नाश्ता जरूर करें उसे स्किप करने की गलती बिल्कुल भी ना करें। नाश्ते में ताज़ा जूस या फल खा सकते हैं। साथ ही ऐसा नाश्ता खाएं जिसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स शामिल हों।
7:00 AM – 9:00 AM:
इंर्पोटेंट सब्जेक्ट की पढ़ाई: इस समय ऐसे सब्जेक्ट को पढ़े जिसमें आपको ज्यादा दिक्कत होती हो। सुबह के समय दिमाग में ज्यादा विचार नहीं होते हैं। इसलिए याद भी जल्दी होता है, तो आप इस समय याद करने वाली चीज पढ़ सकते हैं।
दोपहर का रूटीन
9:00 AM – 12:00 PM:
दूसरे इम्पोरटेंट सब्जेक्ट्स की पढाई: अब कोई दूसरा सब्जेक्ट पढ़ें, लगातार एक ही सब्जेक्ट पढ़ते रहने से बोरियत महसूस हो सकती है, इसलिए अलग-अलग सब्जेक्ट करके पढ़ें। वैसे ये पूरी तरह से बच्चों के स्टडी पैटर्न पर निर्भर करता है। एकाग्रता बनाए रखने के लिए बीच-बीच में 5-10 मिनट का ब्रेक लें।
स्नैक्स टाइम: बीच-बीच में कुछ खाते भी रहे क्योंकि ऐसे में अब ज्यादा देर तक पढ़ भी नहीं पाएंगे। आप चाहे तो बीच-बीच में फ्रूट्स खा सकते हैं। खास कर सेब खा सकते हैं। जिसे खाने से इंस्टेंट एनर्जी आती है साथ ही कंसंट्रेशन पावर काफी बढ़ जाता है।
12:00 PM – 1:00 PM:
लंच ब्रेक: बैलेंस डाइट लें। आपकी डाइट काफी जरूरी है। इसलिए केवल एक ही तरह का खाना न खाएं। फैट्स, विटमिंस, मिनरल्स, कार्ब्स सभी की थोड़ी थोड़ी मात्रा रखें। खाने के बाद थोड़ी देर आराम करें, लेकिन ध्यान रखें कि कुछ देर का आराम घंटो में न बदले।
दोपहर के बाद का रूटीन
1:00 PM – 3:00 PM:
फेवरेट सब्जेक्ट्स: अब इस समय अपने फेवरेट सब्जेक्ट्स को पढ़ें या फिर ऐसे सब्जेक्ट जिसमें आपको दिक्कत नहीं होती है।
3:00 PM – 5:00 PM:
प्रैक्टिस सेट और मॉक टेस्ट: प्रैक्टिस मेकस ए मैन परफेक्ट। बस आपको भी यही करना है। रिवीजन करते रहे। मॉक टेस्ट देना और प्रैक्टिस सेट हल करना बहुत जरूरी है। इससे आपको पता चलेगा कि पेपर किस तरह का आता है साथ ही आप टाइम मैनेज भी कर पाएंगे और असली एग्जाम के वक्त आपको हड़बड़ी महसूस नहीं होगी।
शाम का रूटीन
5:00 PM – 6:00 PM:
शाम का नाश्ता और ब्रेक: हल्का नाश्ता करें और थोड़ा टहलें। इस समय आप अपनी कोई हॉबी पूरी कर सकते हैं। अपने दोस्तों से बात चीत भी कर सकते हैं।
6:00 PM – 8:00 PM:
रिविजन: इस समय रिविजन करें। वहां से लेकर इस वक्त तक जो भी आपने पढ़ा है इस वक्त उसे रिवाइज करें। जितना ज्यादा रिवीजन होगा उतना ही काम आप भूलेंगे।
8:00 PM – 9:00 PM:
डिनर ब्रेक: हल्का और बैलेंस डिनर करें। खाने के बाद थोड़ी देर टहलें या परिवार के साथ समय बिताएं। उनसे बात चीत करें।
रात का रूटीन
9:00 PM – 10:30 PM:
हल्के विषय या नोट्स बनाना: इस समय ऐसी चीज़ों को पढ़ें जिन टॉपिक्स की वेटेज कम है।आप इस वक्त नोट्स भी बना सकते हैं। यह समय मुश्किल टॉपिक्स के लिए सही नहीं है क्योंकि रात में दिमाग की प्रोडक्टिविटी थोड़ी कम हो जाती है।
10:30 PM – 11:00 PM:
विश्राम और नींद: सोने से पहले थोड़ी देर मेडिटेशन, विजुअलाइजेशन करें। अपने गोल को अचीव होता हुआ महसूस करें। रात में 7-8 घंटे की अच्छी नींद जरूर लें।
Important Tips
Maintain stability: रोजाना एक ही समय पर पढ़ाई करें। इससे एक तो आपका रूटीन बनेगा साथ ही इससे शरीर और मन को आदत पड़ जाती है।
Timetable: बनाई गए टाइम टेबल को डिसिप्लिन के साथ फॉलो करें। और समय-समय पर उसका एनालिसिस भी करते रहें।
Take Care of Your Health: बैलेंस डाइट लें और रेगुलर एक्सरसाइज या योग करें। मेंटल और फिजिकल हेल्थ दोनों ही बहुत जरूरी हैं।
Take Small Breaks: पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक्स लेना काफी फायदेमंद हो सकता है। इससे माइंड फोकस्ड रहेगा और दिमाग तरोताजा रहेगा।
Positive Thinking: हमेशा पॉजिटिव थॉट्स और एप्रोच रखें साथ ही आत्मविश्वास बनाए रखें। परीक्षा की तैयारी एक लंबी प्रक्रिया है, इसमें पेशेंस और सेल्फ बिलीफ, सेल्फ कॉन्फिडेंस जरूरी है।
इस तरह से अपने समय को बांट, आप काफी अच्छे से अपनी पढ़ाई को मैनेज कर सकते हैं। साथ ही पढ़ाई के साथ साथ अपना ख़्याल भी जरूर रखें…
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