Uttarkashi Masjid Row: बढ़ते विवाद के बीच हिंदू महापंचायत और सुरक्षा के कड़े इंतजाम
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक मस्जिद को लेकर बढ़ते विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। हिंदू संगठनों द्वारा मस्जिद को अवैध बताते हुए इसे हटाने की मांग के बीच आज (1 दिसंबर) को हिंदू महापंचायत आयोजित होने की संभावना है। प्रशासन ने इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
प्रशासन की सख्ती: बाहरी लोगों पर कड़ी नजर
उत्तरकाशी में सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने सभी बाहरी वाहनों की सघन चेकिंग शुरू कर दी है।
- शहर में एंट्री पर रोक: बाहरी व्यक्तियों को केवल उनके सही उद्देश्य की पुष्टि होने के बाद ही शहर में प्रवेश दिया जा रहा है।
- मस्जिद पर सुरक्षा का घेरा: मस्जिद के आसपास का इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
- पुलिस बल तैनाती: पूरे उत्तरकाशी में चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
पिछले विवाद और हिंसक झड़पों का इतिहास
इस विवाद की शुरुआत करीब दो महीने पहले हुई थी।
- 24 अक्टूबर का जुलूस:
हिंदू संगठनों ने मस्जिद को हटाने की मांग को लेकर जुलूस निकाला था।- पथराव और लाठीचार्ज:
जुलूस के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हुई।- पुलिस पर पथराव की घटनाएं हुईं।
- पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
- इस हिंसा में 7 पुलिसकर्मी और 27 लोग घायल हुए।
- पथराव और लाठीचार्ज:
हिंदू संगठनों की मांग और प्रशासन की प्रतिक्रिया
- हिंदू संगठनों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंपकर जिले के मजिस्ट्रेट और एसपी को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया था और उन्हें हटाने की मांग की थी।
- इसके बाद शनिवार को आईपीएस अधिकारी सरिता डोभाल ने उत्तरकाशी की एसपी के रूप में कार्यभार संभाल लिया।
निषेधाज्ञा लागू: मस्जिद के आसपास सख्ती
- निषेधाज्ञा क्षेत्र:
भटवाड़ी के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट मुकेश चंद रमोला ने मस्जिद के 50 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू की है। - प्रमुख प्रतिबंध:
- धारदार हथियार, आग्नेयास्त्र, या अन्य घातक वस्तुएं लेकर प्रवेश पर रोक।
- 5 या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध।
- नियम अगले आदेश तक लागू रहेंगे।
हिंदू महापंचायत और संभावित परिणाम
रविवार को 11 बजे प्रस्तावित हिंदू महापंचायत के मद्देनजर प्रशासन अलर्ट पर है।
- किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है।
- मस्जिद को लेकर हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है।
सारांश
उत्तरकाशी मस्जिद विवाद धार्मिक और सामाजिक स्तर पर गहराता जा रहा है। प्रशासन की कोशिश है कि सुरक्षा उपायों के जरिए शांति व्यवस्था बनाए रखी जाए। यह मामला केवल कानूनी और प्रशासनिक चुनौती नहीं है, बल्कि सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी भी है।
आपकी राय:
क्या प्रशासन इस विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझा पाएगा? हमें अपनी राय कमेंट सेक्शन में बताएं।