दीपसीक, यह एक चीनी कृत्रिम बुद्धिमत्ता कंपनी है, DeepSeek AI को 39 साल के बिजनेसमैन Liang Wenfeng ने बनाया है. जो 20 महीने पुराना स्टार्टअप है, जो ओपन-सोर्स बड़े भाषा मॉडल (LLMs) विकसित करती है। इस स्टार्टअप ने हाल ही में अपने एआई चैटबॉट DeepSeek-R1 को रिलीज किया है जो अपनी ओपन-सोर्स दृष्टिकोण और उन्नत क्षमताओं के साथ धूम मचा रहा है, इसकी उन्नत क्षमताओं और ओपन-सोर्स दृष्टिकोण के चलते, यह OpenAI और Google जैसे बड़े उद्योगों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धी बनकर उभरा है।
लियांग वेनफेंग: DeepSeek के संस्थापक
लियांग वेनफेंग, 40 साल के हैं और उन्होंने डीपसीक नाम की कंपनी बनाई। उनका करियर वित्त (पैसे से जुड़े काम) और बिज़नेस में है। वह झेजियांग यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं और 2015 में हाई-फ्लायर नाम की निवेश (इन्वेस्टमेंट) कंपनी शुरू की। इस कंपनी में उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया, जिससे बाज़ार की चाल समझकर बेहतर निवेश किया जा सके।

2021 में, लियांग ने NVIDIA के हजारों चिप्स खरीदे। शुरुआत में लोगों ने इसे उनका शौक समझा और इसे सफल नहीं माना। खासकर जब बाइडन सरकार ने चीन को एआई चिप्स बेचने पर सख्त नियम बना दिए। लेकिन लियांग ने हार नहीं मानी और डीपसीक नाम की एआई कंपनी बना ली, जो पहले सिर्फ ByteDance या Alibaba जैसी बड़ी कंपनियों के लिए संभव माना जाता था।
DeepSeek: ChatGPT को पीछे छोड़ने वाला AI चैटबॉट
डीपसीक की शुरुआत एक छोटे एआई प्रोजेक्ट के रूप में हुई, लेकिन यह जल्दी ही एक बड़ी कंपनी बन गई। लियांग वेनफेंग ने खुद रिसर्च और डेवलपमेंट में काम किया और चीन की यूनिवर्सिटियों से टैलेंटेड लोगों को नौकरी दी। उनकी यह रणनीति डीपसीक को एआई इंडस्ट्री में आगे ले गई। बाइटडांस जैसी कंपनियों के बराबर सैलरी देने की वजह से डीपसीक में दुनिया के सबसे होशियार एआई एक्सपर्ट्स काम करने लगे।
10 जनवरी 2025 को, DeepSeek ने अपना पहला फ्री चैटबॉट ऐप लॉन्च किया, जो DeepSeek-R1 मॉडल पर आधारित है। यह ऐप iOS और Android दोनों के लिए उपलब्ध है। 27 जनवरी तक, DeepSeek-R1 ने ChatGPT को पीछे छोड़ दिया और अमेरिका में iOS ऐप स्टोर पर सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला फ्री ऐप बन गया। यह चैटजीपीटी जैसा ही है, लेकिन इसमें ज्यादा एडवांस फीचर्स हैं। इसमें नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, डेटा एनालिसिस और मशीन लर्निंग की बेहतरीन सुविधाएँ हैं। इसे इस्तेमाल करना आसान है, और इसके दमदार फीचर्स की वजह से यह दुनिया में बहुत तेजी से पॉपुलर हो गया।

DeepSeek के तेजी से बढ़ने का बड़ा असर अमेरिकी बाजार पर पड़ा है। इसकी सफलता के कारण Nvidia के शेयर 17% गिर गए, क्योंकि लोग सोच रहे हैं कि चीन की तकनीक अब अमेरिका की चिप कंपनियों को पीछे छोड़ सकती है। इसके अलावा, Nasdaq Composite (जो बड़े टेक्नोलॉजी शेयरों का बाजार है) 5% गिर गया, जिससे 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा की वैल्यू खत्म हो गई।
यह गिरावट दिखाती है कि नई टेक्नोलॉजी आने से वैश्विक बाजार कितने जल्दी बदल सकते हैं। DeepSeek की सफलता ने यह साफ कर दिया कि AI का महत्व बढ़ रहा है, जिससे अमेरिका और चीन के बीच तकनीक को लेकर बढ़ती प्रतिस्पर्धा तेज होती जा रही है।
DeepSeek के सामने चुनौतियाँ और मौके
DeepSeek ने शुरुआत में बड़ी सफलता हासिल की है, लेकिन निरंतर आगे बढ़ते रहने के लिए इसे काफी कुछ बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि अमेरिका AI से जुड़ी टेक्नोलॉजी और मशीनें देने पर रोक लगा सकता है, जिससे DeepSeek को अच्छे हार्डवेयर और ग्लोबल मार्केट तक पहुंचने में दिक्कत हो सकती है। साथ ही, OpenAI और Google जैसी बड़ी टेक कंपनियों से मुकाबला करने के लिए DeepSeek को लगातार नई खोजें करनी होंगी और सही पार्टनरशिप बनानी होगी।
हालांकि, DeepSeek के पास आगे बढ़ने के अच्छे मौके भी हैं। इसकी सफलता से चीन को AI टेक्नोलॉजी में दुनिया में अपनी पहचान बनाने का मौका मिल सकता है। अगर DeepSeek AI रिसर्च और इनोवेशन को बढ़ावा देता है, तो इससे हेल्थकेयर, फाइनेंस और कई दूसरी इंडस्ट्री में बड़ा फायदा हो सकता है।