70th National Awards 2024 Winners: 70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा ने भारतीय सिनेमा में उत्कृष्टता को एक बार फिर से सम्मानित किया है। इस साल का समारोह कई प्रतिभाओं के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ, जिनमें से कुछ ने पहली बार यह प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त किया। पुरस्कार समारोह ने न केवल मुख्य धारा के सितारों को बल्कि विभिन्न क्षेत्रों से आने वाली फिल्मों और कलाकारों को भी मान्यता दी है।
मुख्य पुरस्कार
इस साल का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार कन्नड़ फिल्म कांतारा के लिए ऋषभ शेट्टी को दिया गया। उनकी इस फिल्म ने न केवल कर्नाटक में बल्कि पूरे भारत में बड़ी लोकप्रियता हासिल की थी। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार के लिए दो नाम सामने आए—तमिल फिल्म तिरुचित्रम्बलम के लिए नित्या मेनन और गुजराती फिल्म कच्छ एक्सप्रेस के लिए मानसी पारेख। इन दोनों अभिनेत्रियों ने अपनी-अपनी भूमिकाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिसके लिए उन्हें यह सम्मान मिला।
सहायक भूमिकाओं में उत्कृष्टता
इस वर्ष का सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार फौजा के लिए पवन मल्होत्रा को मिला, जबकि ऊंचाई में बेहतरीन अभिनय के लिए नीना गुप्ता को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के रूप में सम्मानित किया गया। इन कलाकारों ने अपनी भूमिकाओं में गहराई और संवेदनशीलता का प्रदर्शन किया, जिसने दर्शकों और समीक्षकों का दिल जीत लिया।
सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ फिल्म
ऊंचाई के लिए सूरज बड़जात्या को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के पुरस्कार से नवाज़ा गया, जिन्होंने इस फिल्म के माध्यम से मित्रता और जीवन के महत्व को संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत किया। सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार मलयालम फिल्म आट्टम को मिला, जिसने अपनी कहानी और प्रस्तुति के माध्यम से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अन्य महत्वपूर्ण श्रेणियां
इस साल ब्रह्मास्त्र: पार्ट 1 – शिवा ने भी संगीत के क्षेत्र में अपनी धाक जमाई, जहाँ प्रीतम को सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशन (गीत) का पुरस्कार मिला। वहीं, ए. आर. रहमान को पोन्नियिन सेलवन 1 के लिए सर्वश्रेष्ठ पृष्ठभूमि संगीत का पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा, अरिजीत सिंह को ब्रह्मास्त्र के गीत ‘केसरिया’ के लिए सर्वश्रेष्ठ पुरुष पार्श्वगायक का पुरस्कार मिला।
फिल्म निर्माण में तकनीकी उत्कृष्टता
तकनीकी श्रेणियों में, केजीएफ चैप्टर 2 ने सर्वश्रेष्ठ एक्शन निर्देशन का पुरस्कार जीता, जबकि पोन्नियिन सेलवन 1 को सर्वश्रेष्ठ छायांकन के लिए सम्मानित किया गया। अपराजितो को सर्वश्रेष्ठ निर्माण डिजाइन और सर्वश्रेष्ठ मेकअप का पुरस्कार मिला, जो फिल्म के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रस्तुति को उजागर करता है।
विशेष उल्लेख और अन्य पुरस्कार
इस वर्ष का विशेष जूरी पुरस्कार मनोज बाजपेयी को गुलमोहर के लिए और संजय चौधरी को कधीकन के लिए दिया गया। साथ ही, सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार का पुरस्कार श्रीपथ को मलयालम फिल्म मालिकप्पुरम के लिए दिया गया।
क्षेत्रीय सिनेमा में उत्कृष्टता
क्षेत्रीय सिनेमा में भी इस साल कई उल्लेखनीय फिल्में रहीं। कार्तिकेय 2 को सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म का पुरस्कार मिला, जबकि पोन्नियिन सेलवन पार्ट 1 ने सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म का खिताब जीता। इसी प्रकार, वाळवी को सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म का पुरस्कार मिला।
70वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों ने एक बार फिर यह साबित किया है कि भारतीय सिनेमा में विविधता, गुणवत्ता और नवीनता का समावेश कितना महत्वपूर्ण है। यह पुरस्कार न केवल फिल्म निर्माताओं और कलाकारों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित करते हैं, बल्कि उन्हें आने वाले समय में और भी बेहतरीन कार्य करने के लिए प्रेरित भी करते हैं।