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Again Violence in Manipur: मणिपुर में फिर से भड़की हिंसा हथियारबंद समूह के साथ हुई फायरिंग पांच लोगों की मौत.

Manipur News:  मणिपुर में पिछले 1 साल से चल रहे हैं हिंसा के बीच एक बार फिर से हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई है ताजा खबर के अनुसार हिंसा मणिपुर के जिरीबाम में बताया जा रहा है यहां उग्रवादियों ने एक सोते हुए आम शख्स को गोली मारकर हत्या कर दिया है और इसके बाद फायरिंग करके चार लोगों को मौत के घाट उतार दिया है ।

Again Violence in Manipur: मणिपुर में फिर से एक बार हिंसा भड़क उठी है सुबह के जिरीबाम में हथियारबंद समूह के बीच हुई गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो चुकी है पुलिस के अनुसार जिरीबाम जिले में आज सुबह ताजा हिंसा की खबर में पांच लोगों की मौत बताई जा रही है एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि व्यक्ति को सोते हुए गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई है वहीं दो विरोधी समूहों के हथियारबंद लोगों के बीच काफी गोलीबारी और अन्य चार लोगों की मौत को हो चुकी है।

पुलिस के अनुसार उग्रवादियों ने जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर के दायरे में एक सुनसान जगह पर अकेले रहने वाले व्यक्ति के घर में घुसकर उसे सोते समय ही गोली मारकर उसकी हत्या कर दी हत्या के बाद करीब 7 किलोमीटर दूर पहाड़ियों में युद्रित समुदाय के हथियारबंद लोगों के बीच भीषण गोलीबारी भी हुई जिसमें तीन पहाड़ी उग्रवादियों समेत चार हथियारबंद लोगों की भी मौत हो गई है।

पुलिस वाले के घर को भी जलाया गया

इस हफ्ते की शुरुआत में ही जिले में आज जाने की घटना भी देखी गई थी यहां कुछ लोगों ने बोरोबेकरा पुलिस स्टेशन के जकुराधोर में एक रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर के तीन कमरों वाले खाली पड़े घर को जला दिया हालांकि आदिवासी निकाय स्वदेशी जनजाति वकालत समिति ने इस घटना में किसी भी तरह की संकल्प तथा से इनकार कर दिया था।

गोलीबारी रोकने के लिए किया गया समझौता

दरअसल 1 अगस्त को असम के कछार में सीआरपीएफ को देख देख में एक बैठक आयोजित कराई गई थी बैठक में दो अलग-अलग समुदाय के प्रतिनिधियों ने सामान्य स्थिति को बाहर करने और आगजनी और गोलीबारी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए समझौता किया था हालांकि इसके बावजूद जिले में फिर से हिंसा देखी जा रही है।

इन समुदायों के प्रतिनिधि थे मौजूद

जिला प्रशासन द्वारा संचालित बैठक में असम राइफल्स तथा सीआरपीएफ के जवान और जिरीबाम जिला के हमार मैताई थाडौ, पैते और मिजो समुदाय के प्रतिनिधि भी मौजूद हुए थे हालांकि जिरीबाम जिले के बाहर स्थित कई हमार आदिवासी निकायों ने इस समझौते की कड़ी निंदा करते हुए कहा था कि उन्हें इसके बारे में कोई भी जानकारी प्राप्त नहीं है।

मारे गए 200 से अधिक लोग

पिछले साल मई से लेकर अब तक इंफाल घाटी में स्थित मैतेई और आसपास के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले कुकी और जो समुदाय के बीच जातीय हिंसा में काम से कम 200 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है हजारों लोग बेघर भी हो गए थे।

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Shahnawaz Sharif

Shahnawaz Sharif, BH24 News की डिजिटल टीम के साथ बतौर रिपोर्टर जुड़े हुए हैं. BH24 News द्वारा दी गई सूचनाएँ केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं। हम किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता या समय पर होने की गारंटी नहीं देते। किसी भी निर्णय लेने से पहले कृपया स्वयं सत्यापन करें और आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ सलाह लें। BH24 News के माध्यम से प्रदान की गई जानकारी के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी प्रकार की हानि के लिए हम उत्तरदायी नहीं होंगे। Thank You...

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