Bangladesh Government Crisis : बांग्लादेश में हुए हिंसक प्रदर्शन में कई लोगों की मारे जाने की खबर है शेख हसीना ने देश छोड़कर भारत का रुख किया।
शेख हसीना इस समय भारत में है!
Bangladesh Government Crisis: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री का पद छोड़कर शेख हसीना को आज अपना देश भी छोड़ना पड़ा है जो फिलहाल इस वक्त भारत में है. गाजियाबाद के हिंडन एयरवेज पर शेख हसीना का विमान आकर रुका है इस बीच भारत में पीएम आवास पर आज डेढ़ घंटे तक करीब सीसीएस की बैठक हुई जहां विदेशमंत्री और एनएनए ने पीएम को बांग्लादेश के हर एक हालत पर जानकारी दी
उधर बांग्लादेश में भीड़ बगावत के बाद सड़कों पर उतर आई है जिसने दोपहर में पीएम आवास में घुसकर लूटपाट की उसके बाद अवामी लीग के सांसदों के घर , दफ्तर और मंत्रियों के घर पर भी हमला हुआ और आगजनी की गई बांग्लादेश में चार हिंदू मंदिरों को भी निशाना बनाया गया है पूरी दुनिया की नजर इस वक्त बांग्लादेश पर है साथ ही भारत पर भी क्योंकि शेख हसीना अभी भारत में है।
जनता ने तोड़ी मुजीबुर्ररहमान की मूर्ति।
शेख मुजीबुर रहमान 1971 में जिन्होंने बांग्लादेश को आजादी की सांस दिलाई बांग्लादेश के लोगों ने उन्हें राष्ट्रपिता की पदवी दी पांच दशक के भीतर वह मोहब्बत इतनी नफरत बदल जाती है कि ढाका में बांग्लादेश के लोग ही मुजीबुररहमान की मूर्ति पर चढ़कर उसे हथौड़े से तोड़ने लगते हैं
तानाशाही को बर्दाश्त नहीं करती जनता।
शेख हसीना ने आखिर ऐसा क्या किया कि 15 साल की पीएम को 45 मिनट में देश छोड़ना पड़ा:
शेख हसीना के जिन पिता की वजह से पूर्वी पाकिस्तान के तौर पर नक्शे पर आए पाकिस्तान के एक चोर को बांग्लादेश के तौर पर अपनी पहचान मिली ढाका में एयरपोर्ट के बाहर मुजीबुर रहमान की याद में बने स्मारक तक को सैकड़ो की भी ने जेसीबी और बुलडोजर से तोड़ दिया।
बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्ता पलट के बाद मुजीबुर रहमान के खिलाफ गुस्सा जाता थी यह तस्वीर गवाही देता है कि भले आप 15 साल से चुनाव जीत रहे हैं वह लेकिन जनता तानाशाही पसंद नहीं करती यह तस्वीर इस बात की गवाही है कि भले आप देश में अर्थव्यवस्था मजबूत कर ले लेकिन मनमानी से दमन का शासन जनता बर्दाश्त नहीं करती शेख हसीना के तानाशाही ने बांग्लादेश को ऐसे देश में बदल दिया है जहां बांग्लादेश के सैनिक ही प्रधानमंत्री के देश छोड़कर भागने पर जश्न मनाते नजर आए हैं।
क्या आरक्षण को लेकर एक फैसला इतना भारी पड़ा ।
18 दिन पहले ढाका में छात्रों के आंदोलन को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी की छत पर सुरक्षा बलों को उतारने के लिए पहुंच गए हेलीकॉप्टर और पीएम पद छोड़कर देश छोड़ने शेख हसीना के उड़ते हेलीकॉप्टर के बीच ही बांग्लादेश की मौजूद समस्या की जड़ है 18 जुलाई को बांग्लादेश को यूनिवर्सिटी के भीतर हेलीकॉप्टर से सुरक्षा बलों कोउतर गया ताकि जो छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्हें रोका जाए वह प्रदर्शन जिसे रोकने के लिए बांग्लादेश में पुलिस ने पहले गोलियां तक चलाई है जहां रबर बुलेट चलाने के साथ ही पदाधिकारी को रोकने के लिए ऐसे फैसले लिए गए जिसमें सैकड़ों लोगों की जान गई क्या आरक्षण के एक फैसले ने बांग्लादेश में तख्तापलट कर दिया क्या सिर्फ आरक्षण ही शेख हसीना के देश छोड़ने की वजह है क्या आरक्षण के खिलाफ आंदोलन ने बांग्लादेश को आस्थिर कर दिया।
बांग्लादेश में दिखी अफगानिस्तान जैसी तस्वीर।
जहां 2009 से सत्ता शेख हसीना के पास रही जहां वह अभी से 2029 में भी छठी बार फिर से सत्ता में आने का दावा करने लगी थी वहां फिलहाल अब सेवा के पास कमान है जो आगे अंतरिम सरकार बनाने में भूमिका निभाने की बात कर रही है तो क्या आप पाकिस्तान से अलग हुआ देश पाकिस्तान की ही राह पर जाने लगा है क्या बगावत कांड का या अंजाम हुआ है कि बांग्लादेश पाकिस्तान बनने लगा है।