Delhi Water Crisis : दिल्ली में गर्मी ने अपना पारा 50 डिग्री के पार कर दिया है। जिस कारण सरकार ने गर्मी के प्रचंड रूप को देखते हुए रेड अलर्ट और पाठशालाओं की तय समय से पहले ही छुट्टी कर दी है। दिल्ली वासियों को जल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसी कारण दिल्ली सरकार ने जल बर्बाद होने से रोकने के लिए और सबको सही से जल प्राप्त हो सके इसके लिए सख्त कदम उठाते हुए पानी बर्बाद करनेवालो पर “2000 रुपये” का जुर्माना लगाया है। साथ ही दिल्ली इस समय बिजली कटौती के संकट का भी सामना कर रही है।
दिल्ली में गर्मी दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। गर्मी ने अपना पारा 50 डिग्री के पार कर दिया है। साथ ही सरकार ने गर्मी के प्रचंड रूप को देखते हुए रेड अलर्ट और पाठशालाओं की तय समय से पहले ही छुट्टी कर दी है।
इस गर्मी के कारण दिल्ली में पानी संकट भी आन पड़ा है। दिल्ली वासियों को जल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। इसी कारण दिल्ली सरकार ने जल बर्बाद होने से रोकने के लिए और सबको सही से जल प्राप्त हो सके इसके लिए सख्त कदम उठाया है।
पहले तो जल संकट से निपटने के लिए एक समय ही पानी देने का निर्णय लिया गया और अब एक और कदम उठाया गया है। जिसके तहत पानी बर्बाद करने पर उस व्यक्ति पर “2000 रुपये” का जुर्माना लगाया जाएगा।
साथ ही आपको बता दे कि जल संकट को देखते हुए दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने पानी की बर्बादी रोकने के लिए जल बोर्ड को सख्त कदम उठाने के आदेश दिए है। उन्होंने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि- दिल्ली में प्रचंड गर्मी पड़ने के कारण, दिल्ली में जल का उपयोग बढ़ गया है। लेकिन हरियाणा सरकार दिल्ली को उसके हिस्से का पानी नहीं यमुना में नहीं छोड़ रहा है। जिस कारण दिल्ली के कई इलाको में जल संकट देखने को मिल रहा है।
वज़ीराबाद यमुना जलाशय का निरीक्षण किया। यहाँ से पानी वज़ीराबाद, चन्द्रावल और ओखला water treatment plants में जाता है। यमुना नदी का स्तर 674 ft होना चाहिए। लेकिन यह मात्र 670.3 ft पर है। इस वजह से दिल्ली के अलग अलग हिस्सों में पानी की क़िल्लत है।
आज केंद्र सरकार को भी पत्र… pic.twitter.com/pC6TrH5H8o
— Atishi (@AtishiAAP) May 30, 2024
दिल्ली में जो जल संकट देखने को मिला है। और यमुना से पर्याप्त जल ना मिल पाने के कारण जो कठिनाईयाँ दिल्लीवालो को हो रही है। इसका साफ-साफ असर वजीराबाद के जलाशय में देखा जा सकता है।
जहाँ वजीराबाद के जल उपचार संयंत्र में जरूरत से कम उपचारित जल मिल रहा है। जिस कारण कई क्षेत्र में पर्याप्त पानी आपूर्ति नहीं हो रही है। लेकिन फिर भी कई लोग इस समय भी जल बर्बाद करने से बाज नहीं आ रहे है।
इसी कारण सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए जल बर्बाद करने वालो पर “2000 रुपये” का जुर्माना लगाया जाएगा। अगर आप पाइप से गाड़ी धोते, टंकी का पानी ओवरफ्लो होना, घरेलू पानी के कनेक्शन का उपयोग निर्माण स्थलों पर करना और जल का व्यावसायिक प्रयोग करते दिखते है तो इसे जल की बर्बादी माना जाएँगा। साथ ही आपको यह भी बता दे कि- जल बोर्ड के सीईओ को “200 टीमें” पूरी दिल्ली में तैनात करके इसपर निगरानी रखने को कहा गया है।
पानी बर्बाद करने से रोकने की अपील
इस जल संकट के कारण मंगलवार को जल मंत्री आतिशी ने दिल्लीवालो को एक प्रेसवार्ता के जरिए पानी बर्बाद करने से रोकने की अपील की थी। साथ ही आगे कहा कि- पाइप लाइन से घर में आनेवाले पानी का उपयोग कुछ लोग वाहन धोने में करते है। घरेलू कनेक्शन का उपयोग व्यावसायिक रूप से करते है। निर्माण स्थल पर भी पेयजल का इस्तेमाल किया जाता है। यही नहीं कुछ लोग तो पानी का मोटर चला कर छोड़ देते हैं जिस कारण टंकी से पानी ओवरफ्लो हो जाता है। इससे दिल्ली में जल संकट और बढ़ रही है।
दिल्ली में बिजली कटौती का संकट भी
भीषण गर्मी और लू के कारण दिल्लीवालो को जल के साथ-साथ बिजली का संकट का सामना भी करना पड़ रहा है। दिल्ली के कई क्षेत्रों में 1-1 घंटे के लिए बिजली जाती है और “24 घंटे” में यह कटौती करीब 2 से 3 बार होती है।
पुरानी दिल्ली के बाड़ा हिंदूराव, मटिया महल, फराश खाना, तुर्कमान गेट, सदर बाजार, चांदनी चौक, राजेंद्र नगर, करोल बाग और बल्लीमारान जैसे कई और क्षेत्रो में बिजली को लेकर हाल ठीक नहीं है। साथ ही पुरानी दिल्ली के इलाकों में जल संकट भी काफी ज्यादा हैं।