Gold Price:-सोने की कीमतों में गिरावट: जानिए ताजा अपडेट और कारण
पिछले एक हफ्ते में सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। भारत में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने की कीमतें अलग-अलग शहरों में घटती जा रही हैं। 17 नवंबर 2024 को दिल्ली में 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 75,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है। आइए जानें, विभिन्न शहरों में सोने का भाव, इसके गिरने के कारण, और वैश्विक बाजार का प्रभाव।
भारत के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न शहरों में सोने की कीमतें निम्नलिखित हैं:
शहर | 24 कैरेट (10 ग्राम) | 22 कैरेट (10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | ₹75,800 | ₹69,500 |
मुंबई | ₹75,650 | ₹69,350 |
कोलकाता | ₹75,650 | ₹69,350 |
चेन्नई | ₹75,600 | ₹69,300 |
भोपाल | ₹75,700 | ₹69,450 |
अहमदाबाद | ₹75,700 | ₹69,450 |
लखनऊ | ₹75,800 | ₹69,500 |
जयपुर | ₹75,800 | ₹69,500 |
चंडीगढ़ | ₹75,800 | ₹69,500 |
सोने की कीमतों में गिरावट के कारण
1. अमेरिकी डॉलर का मजबूत होना
- अमेरिका में फेडरल रिजर्व की लगातार दो FOMC मीटिंग में ब्याज दरें घटाने के कारण डॉलर मजबूत हो रहा है।
- डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमत पर दबाव बढ़ता है, क्योंकि अन्य देशों को डॉलर में अधिक भुगतान करना पड़ता है।
2. वैश्विक मांग में कमी
- ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमत में गिरावट देखी जा रही है।
- कॉमेक्स मार्केट में सोने की कीमत 2,570.10 डॉलर प्रति औंस तक गिर चुकी है।
- बीते हफ्ते यह 2,622.45 डॉलर प्रति औंस पर थी। यानी कीमतों में 50 डॉलर प्रति औंस से भी ज्यादा की गिरावट आई है।
3. सोने और डॉलर का संबंध
- जब डॉलर मजबूत होता है, तो दूसरे देशों की करेंसी कमजोर हो जाती है।
- कमजोर करेंसी वाले देशों को सोना खरीदने में ज्यादा खर्च करना पड़ता है, जिससे मांग घट जाती है।
- मांग घटने पर स्वाभाविक रूप से कीमतें गिरने लगती हैं।
सोने की कीमत में गिरावट का प्रभाव
निवेशकों पर असर
- सोने में निवेश करने वाले लोगों को इस गिरावट से नुकसान हो सकता है।
- हालांकि, जो लोग ज्वेलरी खरीदने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है।
ज्वेलरी उद्योग पर असर
- सोने की कीमत कम होने से ज्वेलरी खरीदारी में तेजी आ सकती है।
- शादियों और त्योहारों के सीजन में ग्राहक इसका फायदा उठा सकते हैं।
सोने की कीमतों को लेकर भविष्यवाणी
1. वैश्विक कारक
- फेडरल रिजर्व की आगामी नीतियों और डॉलर की स्थिति पर सोने की कीमतें निर्भर करेंगी।
- यदि डॉलर और मजबूत होता है, तो सोने की कीमत में और गिरावट आ सकती है।
2. स्थानीय बाजार
- भारतीय बाजार में त्योहारों और शादी के सीजन में सोने की मांग बढ़ने से कीमतों में स्थिरता आ सकती है।
क्या करें निवेशक?
- गिरावट का फायदा उठाएं: सोने की कीमतों में गिरावट के समय निवेश एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- दीर्घकालिक निवेश करें: सोने की कीमतें समय के साथ बढ़ सकती हैं।
- वैश्विक संकेतों पर नजर रखें: फेडरल रिजर्व की नीतियों और डॉलर के प्रदर्शन पर ध्यान देना जरूरी है।
यह समय सोने में निवेश करने वालों और ज्वेलरी खरीदने वालों दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। बाजार में स्थिरता आने तक सतर्कता बरतना जरूरी है।