Kolkata Doctor Death Case: आज यानि सोमवार को पूरे देश भर के अलग-अलग हिस्सों से डॉक्टर हड़ताल पर हैं। यह हड़ताल और विरोध प्रदर्शन बंगाल के कोलकाता, में स्थित RG Kar अस्पताल में पोस्ट ग्रेजुएशन की सेकंड ईयर स्टूडेंट के साथ हुए बलात्कार और फिर हत्या के खिलाफ़ हैं, जहां वह महिला डॉक्टर ड्यूटी पर थी और उसे दौरान उसके साथ यह दर्दनाक घटना हुई।
डॉक्टर एसोसिएशन FORDA ने उसे 31 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ हुई बेरहमी के खिलाफ आवाज़ उठाते हुए हड़ताल बुलाई है। जहां उनकी मांग महिला डॉक्टर को न्याय दिलवाना है।
नहीं बात करें वेस्ट बंगाल की तो वहां सभी डॉक्टर अपना काम बंद करके हड़ताल पर बैठे हैं। साथ ही होने हड़ताल को अनिश्चितकालीन घोषित कर दिया है। जिससे मरीजों की स्थिति काफी दयनीय है। मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं जैसे चकनाचूर सी हो गई है।
आख़िर क्या हुआ था RG Kar हॉस्पिटल में।
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में एक 31 वर्षीय PG ट्रेनी का अर्धनग्न शव सेमिनार हॉल में आपत्ति जनक स्थिति में पाया गया। पीड़िता चेस्ट मेडिसिन डिपार्टमेंट की सेकंड ईयर द स्टूडेंट थी। और उससे पिछली रात वह नाइट ड्यूटी पर थी। महिला डॉक्टर ने अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद लगभग 2:00 बजे आराम करने के लिए सेमिनार हॉल में गई। सुबह जब अन्य डॉक्टर उन्हें बुलाने गए तो वे अर्ध नग्न अवस्था में थीं।
पीड़िता के शरीर पर चोट के जगह जगह पर निशान पाए गए।
प्राइमरी ऑटोप्सी रिपोर्ट बताती है कि पीड़िता की हत्या से पहले उसका “यौन शोषण” किया गया था। पुलिस ने आत्महत्या की संभावना से साफ मना किया है। पुलिस का कहना है कि यह आत्महत्या का मामला नहीं है बल्कि यौन उत्पीड़न के बाद हत्या की गई है। हैरान करने वाली बात यह है की चौथी मंजिल पर स्थित इमरजेंसी हाल में कोई भी सीसीटीवी कैमरा नहीं था।
आखिर आराम के लिए सेमिनार हॉल में पीड़िता को क्यों जाना पड़ा?
RG kar हॉस्पिटल के ही एक डॉक्टर ने अपना नाम गुप्त रखने अनुरोध करते हुए बताया कि पीड़िता को सेमिनार हॉल में इसलिए जाना पड़ा क्योंकि अस्पताल में ऑन कॉल रूम है ही नहीं।
8 अगस्त को जब यह भयावह घटना हुई, उस वक्त महिला डॉक्टर के साथ ड्यूटी पर मौजूद सभी डॉक्टरों से पूछताछ की गई है।
पीड़िता के परिवार जनों ने पुलिस स्टेशन में बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज़ करवाया।
इस भयावह घटना के बाद विरोध प्रदर्शन जारी है जिसमें जूनियर डॉक्टर गुनहगार को सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने विरोध प्रदर्शन और रैलियां का समर्थन किया। बता दें, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी इन वेदों को प्रदर्शनों का समर्थन कर चुकी है।
ऑटोप्सी रिपोर्ट में क्या पाया गया?
चार पन्नों की ऑटोप्सी रिपोर्ट में महिला डॉक्टर की पूरे शरीर में 10 चोटो का जिक्र है। जहां उनके निजी अंग, चेहरे और आंख सहित कई हिस्सों पर खून आने की बात सामने आई है।
ऑटोप्सी रिपोर्ट में आया है की, पीड़िता की “दोनों आंखों व मुंह से खून बह रहा था, चेहरे और नाखूनों पर चोटें थीं। पीड़िता के निजी अंगों से भी खून बह रहा था। उसके पेट, बाएं पैर… गर्दन, दाहिने हाथ, अंगूठे की उंगली और… होंठों में भी चोटें थीं।”
पुलिस अधिकारी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि लगता है महिला डॉक्टर का गला घोटा गया क्योंकि महिला के गार्डन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई है। फ़िर जिसके बाद दम घुटने से महिला डॉक्टर की मौत हो गई। अधिकारी ने आगे कहा कि हम ऑटोप्सी रिपोर्ट की पूरी जानकारी आने तक का इंतजार कर रहे हैं जिससे आरोपियों का पता लगाया जा सके।
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया।
कोलकाता पुलिस ने घटना की विस्तृत जानकारी के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम को बुलाया है। जिसमें मडर्ड डिपार्टमेंट के साथ अन्य यूनिट शामिल हैं।
एक आरोपी रफ्तार।
कोलकाता पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जिसकी पहचान संजय रॉय है। जो अस्पताल से बाहर का था। लेकिन अस्पताल के सभी डिपार्टमेंट में उसे बिना रोकटोक के आने-जाने दिया जाता था क्योंकि पुलिस कल्याण बोर्ड की तरफ़ से वह सिटीजन वॉलिंटियर भी था।
आरोपी पकड़ा कैसे गया ?
पुलिस को अपनी जांच में एक ब्लूटूथ हेडसेट मिला से पुलिस ने ट्रेस किया तब आरोपी का पता चला। सीसीटीवी फुटेज देखने बाद पक्का हो गया कि वह आरोपी है।