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Malaysia PM Visit to India: मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के भारत में अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर जताई चिंता…

Malaysia PM Visit to India: मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने भारत दौरे के दौरान मंगलवार को कहा कि भारत को अल्पसंख्यकों और धार्मिक भावनाओं से जुड़े “कुछ गंभीर मुद्दों” से निपटना पड़ रहा है। उन्होंने कहा की उन्हें उम्मीद है कि भारत इन समस्याओं से निपटने में अपनी सही भूमिका निभाता रहेगा

क्या कहा मलेशिया प्रधानमंत्री ने

दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान इब्राहिम ने कहा, “मैं इस बात को नहीं छिपाऊंगा कि आपको भी अल्पसंख्यकों या धार्मिक भावनाओं से जुड़े कुछ गंभीर मुद्दों से जूझना पड़ता है। लेकिन हमारी आशा है कि भारत अपनी सही भूमिका निभाता रहेगा। मैंने प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी से कहा कि नेहरू, झोउ एनलाई, सुकर्णो, और न्येरेरे जैसे नेता दक्षिण एशिया के लिए उपनिवेशवाद और साम्राज्यवाद के खिलाफ खड़े हुए थे और मानवता, स्वतंत्रता और पुरुषों और महिलाओं की गरिमा के लिए संघर्ष किया था।”

भारत मलेशिया के संबंध पटरी पर आ रहे हैं।

इब्राहिम का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत-मलेशिया संबंध धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहे हैं। पहले प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) पर भारत की आलोचना की थी, जिसके बाद नई दिल्ली ने कड़ा विरोध जताया और मलेशियाई तेल के आयात पर प्रतिबंध लगाए थे।

मलेशिया में शरण लेकर रह रहा आतंकवादी जाकिर नाइक

हालांकि, विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक, जो 2016 में भारत से फरार हो गया था, अभी भी द्विपक्षीय संबंधों में एक बड़ी समस्या बना हुआ है। नाइक फिलहाल मलेशिया में शरण लिए हुए है। भारत में उस पर आतंकवाद से जुड़े गंभीर आरोप हैं, खासकर जुलाई 2016 में ढाका के होली आर्टिसन बेकरी में हुए आतंकवादी हमले से उसका नाम जुड़ा था।

जाकिर के खिलाफ सबूत मिलने पर ज़ाकिर की भारत वापसी हो सकती है।

इब्राहिम ने अपने भाषण में संकेत दिया कि अगर भारत नाइक के खिलाफ सबूत पेश करता है तो उनकी सरकार उसके वापसी पर विचार कर सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय पक्ष ने उनकी मुलाकात के दौरान इस मुद्दे को नहीं उठाया और यह मामला दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में रुकावट नहीं बनना चाहिए।

उन्होंने कहा, “सबसे पहले, यह मुद्दा भारतीय पक्ष द्वारा उठाया नहीं गया। प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने इसे कुछ साल पहले उठाया था। लेकिन मुद्दा केवल एक व्यक्ति का नहीं है, मैं चरमपंथ, अत्याचारों और सबूतों की बात कर रहा हूं।”

इब्राहिम ने कहा कि उनकी सरकार नाइक के खिलाफ किसी भी सबूत और विचारों को स्वीकार करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “हम आतंकवाद का समर्थन नहीं करेंगे। हमने इस पर कड़ी कार्रवाई की है और इस मुद्दे पर भारत के साथ काम कर रहे हैं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह एक मामला हमें आगे की साझेदारी और द्विपक्षीय सहयोग से रोक सकता है।”

इब्राहिम ने भारतीय ऐतिहासिक हस्तियों के योगदान को भी याद किया और कहा कि भारत को इस क्षेत्र में उम्मीद और लोकतंत्र की किरण के रूप में देखा जाता है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ अपने अनुभव को भी साझा किया।

इंदिरा गांधी को भी किया याद।

इब्राहिम ने कहा, “भारत मेरे लिए एक रहस्य बना हुआ है। मैंने कई बार यहां दौरा किया है और एक छात्र नेता के रूप में भी इंदिरा गांधी के साथ सत्र का हिस्सा रहा हूं।”

अनवर इब्राहिम ने सोमवार को अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा की शुरुआत की, जो प्रधानमंत्री बनने के बाद उनका पहला भारत दौरा है।

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