Modi Speech In Parliament: सोमवार से ही 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो चुका है। तीसरी बार शपथ लेनेवाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी नवनिर्वाचित सदस्यों ने 18वें लोकसभा सत्र के पहले दिन का आरंभ शपथ लेकर की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आज के दिन को लोकतंत्र के गौरव का दिन बताया। वही आपातकाल को भी पीएम ने अपने संबोधन में याद किया।
आगे कहा कि- 25 करोड़ लोगों की गरीबी दूर करना यह विश्वास दिलाता है कि हम भारत को एक गरीबी से मुक्त भारत बनाने में बहुत जल्द सफलता होगे।
Modi Speech In Parliament
आज यानी सोमवार से ही 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो चुका है। तीसरी बार शपथ लेनेवाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी नवनिर्वाचित सदस्यों ने 18वें लोकसभा सत्र के पहले दिन का आरंभ शपथ लेकर की। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले दिन के संबोधन में सभी मान्य सदस्यों को बधाई दी और शुभकामनाएँ दीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आज के दिन को लोकतंत्र के गौरव का दिन बताया। वही आपातकाल को भी पीएम ने अपने संबोधन में याद किया। साथ ही सत्र के पहले ही दिन देश को लेकर पीएम ने अपना विजन रखा और देशवासियों के उम्मीदों पर खड़ा उतरने की भी बात कही है।
आईए जानते है क्या कहा पीएम ने सत्र के प्रथम दिवस
1) आज के दिन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में गौरवमय और वैभव का दिन बताया है। उन्होंने कहा है कि- आजादी के बाद यह पहली बार है जो वह अपनी नई संसद में यह शपथ समारोह कर रहे है। आज तक यह शपथ समारोह की प्रक्रिया पुराने संसद भवन में हुआ करती थी।
साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी चुनकर आए नवनिर्वाचित सांसदों का दिल से स्वागत किया और शुभकामनाएँ दी।
2) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि- 18वीं लोकसभा का गठन भारत के आम लोगों के संकल्प को पूरा करने का है। यह अवसर नई उमंग और उत्साह के साथ नई रफ्तार और नई ऊँचाई को प्राप्त करने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है। आज का 18वा लोकसभा सत्र श्रेष्ठ भारत निर्माण और विकसित भारत 2047 के अभिप्राय के साथ प्रारंभ हो रहा है।
3) साथ ही पीएम मोदी ने चुनाव की भी बात करते हुए कहा कि- दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव बेहद भव्य और गौरवमयी तरीके से होना हर भारतवासी के लिए गर्व की बात है। आपको बता दे कि इस चुनाव में 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अपना मत देकर इसमें हिस्सा लिया था।
उन्होंने यह भी कहा कि- आजादी के बाद यह दूसरी बार है जो कोई सरकार लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर सेवा करने का अवसर प्राप्त की है। 60 साल बाद यह गौरवपूर्ण घटना हुई है। देशवासियों ने सरकार की नीयत, नीतियों और समर्पण के भाव को चुना है।
4) पीएम मोदी ने आगे अपने संबोधन में कहा कि- वह जानते है कि- सरकार चलाने के लिए बहुमत की आवश्कता होती है लेकिन देश चलाने के लिए सहमति बहुत महत्वपूर्ण होती है। हमारा हमेशा यही प्रयास रहेगा कि वह हर एक व्यक्ति को अपने साथ लेकर चल सके।
आगे उन्होंने कहा कि- वह संविधान की मर्यादा का पालन करते हुए विचारो और परिणाम को गति देना चाहता है।
5) इस बार 18वीं लोकसभा सत्र में युवा सांसदों की संख्या अच्छी है। हमारे देश की संस्कृति और विरासत में 18 अंक का बहुत सात्विक मूल्य है। कर्म, कर्तव्य और करुणा का संदेश जिस गीता से मिलता है। उसमें भी 18 अध्याय ही हैं। साथ ही पुराणों और उप पुराणे भी 18 है। 18 का जुड़ 9 होता है और 9 संख्या सिद्धि की प्रत्याभूति होती है।
आगे कहा कि- 18 वर्ष में युवक एक मतदाता बन जाता है। 18वी लोकसभा का गठन भी एक शुभ संदेश है।
6) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आपातकाल को भी याद किया। और कहा कल 25 जून है। भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं में विश्वस्तता रखने वालों के लिए 25 जून एक ना भूलने वाला दिन है। 50 साल पहले इसी दिन देश के लोकतंत्र पर एक धब्बा लगा था।
नई पीढ़ी यह कभी नहीं भूलेगी कि किस तरह भारत के संविधान को पूरी तरह से अस्वीकार कर के एक जेल खाना बनाकर लोकतंत्र को पूर्ण रूप से दबोच लिया गया था। यह 50 साल आपातकाल के इस संकल्प के है कि देश गौरव के साथ संविधान की रक्षा करेंगा।
भारतवाशी यह संकल्प लेंगे की 50 साल पहले जो हुआ वो कभी आगे भविष्य में नहीं होगा।
7) तीसरी बार देश की जनता ने हमें मौका दिया है। यह एक महान और भव्य विजय है। इससे हमारा दायित्व भी तीन गुना बढ़ जाता है। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी यह विश्वास भी दिलाया कि वह तीसरे कार्यकाल में तीन गुना ज्यादा मेहनत करेंगे। वह देश में तीन गुना परिणामों को लाकर रहेंगे। वह इस संकल्प के साथ कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं।
पीएम ने कहा कि- लोगो को इस नए सांसदों से बहुत उम्मीदे है। उन्होंने सभी सांसदों से आग्रह किया कि- वह सब इस अवसर का उपयोग जनहित और लोकसेवा के लिए करें।
देशवासी विपक्षी नेताओं से अच्छे कदमों की उम्मीद रखती है। पीएम ने यह आशा जताई है कि विपक्ष इस पर खड़ा उतरेगा और हमारे देश को अच्छे और जिम्मेदार विपक्ष की आवश्यकता है।
8) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि- 18वीं लोकसभा का सदन संकल्प का सदन बने। भारत विकसित भारत बनाने का संकल्प को पूरा करना हम सबका कर्तव्य है। हमसब मिलकर इसे निभाएंगे।
आगे कहा कि- 25 करोड़ लोगों की गरीबी दूर करना यह विश्वास दिलाता है कि हम भारत को एक गरीबी से मुक्त भारत बनाने में बहुत जल्द सफलता होगे।
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