Rahul Gandhi : राहुल गांधी ने तस्वीर का हवाला देते हुए कहा मैं यह फोटो समझाना चाह रहा हूं यह बजट का हलवा बट रहा है इस फोटो में मुझे कोई ओबीसी अफसर नहीं दिख रहा कोई आदिवासी अफसर नहीं दिख रहा कोई दलित अफसर नहीं दिख रहा, यह क्या हो रहा है देश का हलवा बट रहा है और इसमें 73% कहीं है ही नहीं।
राहुल गांधी की इस बात पर सामने बैठी वित्त मंत्री ने निर्मला सीतारमण ने अपना माथा पकड़ लिया
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को सदन में केंद्रीय बचत से पहले होने वाली हवा सेरेमनी की फोटो का हवाला देते हुए सरकार पर निशाना सदा उन्होंने कहा कि बजट का हलवा बट रहा है लेकिन देश को हवा मिल ही नहीं रहा राहुल गांधी का भाषण सुन सामने बैठी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हंसते हुए अपना माथा पकड़ लिया.
हालांकि स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी को फोटो दिखाने की अनुमति नहीं दी राहुल गांधी ने तस्वीर का हवाला देते हुए कहा मैं यह फोटो समझाना चाह रहा हूं यह बचत का हलवा बट रहा है इस फोटो मुझे कोई ओबीसी ऑप्शन नहीं दिख रहा कोई आदिवासी अवसर नहीं दिख रहा कोई दलित अवसर नहीं दिख रहा देश का हलवा बढ़ रहा है और इसमें 73% कई है ही नहीं राहुल गांधी की स्थिति.
देश को हलवा मिल ही नहीं रहा:
राहुल ने आगे कहा आप लोग हलवा खा रहे हैं और बाकी देश को हवा मिल ही नहीं रहा हैं हमने पता लगाया है 20 अवसरों ने बचत को तैयार किया है उनके नाम मेरे पास है मतलब हिंदुस्तान को जो हवा है वह 20 लोगों ने बांटने का काम किया है उन 20 लोगों में 90 सीसी में सिर्फ दो है एक अल्पसंख्यक और एक ओबीसी इस फोटो में एक भी नहीं है मतलब फोटो में अपने पीछे कर दिया है फोटो में आने ही नहीं दिया.
95 फ़ीसदी लोग जाति जनगणना चाहते हैं:
उन्होंने कहा मैं चाहता था की बजट में जाति जनगणना की बात उठ 95 फिजी लोग जाति जनगणना चाहते हैं दलित चाहते हैं आदिवासी चाहते हैं पिछड़ा वर्ग चाहता है गरीब समाज ने वर्ग के लोग चाहते हैं अल्पसंख्यक चाहते हैं क्योंकि सब लोगों को या पता लगना चाहिए कि हमारी भागीदारी कितनी है.
राहुल ने कहा मैं देख रहा हूं कि सरकार हवा बत्ती जा रही है और बताता कौन है वही दो से तीन प्रतिशत लोग बांट किसको है वही दो से तीन प्रतिशत लोग वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मुस्कुरा रही है कमल की बात है यहां हंसने की बात नहीं है मैडम जाति जनगणना देश से बदल जाएगा.
Rahul Gandhi : राहुल गांधी ने करते हुए यह भी कहा कि यह वही हवा है जो इस देश के लोगों का है लेकिन कुछ लोग इसको मिलकर आपस में बांट रहे हैं और खा रहे हैं और मैं चाहता हूं कि यह देश का हलवा है और इस देश के हवा पर सबका अधिकार है इसीलिए मैं चाहता हूं जातीय जनगणना हो ताकि हर एक नागरिक अपना हक जान सके और जाता सके ताकि किसी के साथ भी ना इंसाफी ना हो.