Ayushman Bharat Digital Mission: डिजिटल हेल्थ सर्विसेज को बढ़ावा देने के लिए, उत्तराखंड सरकार ने अपने ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (ABDM) के साथ जोड़ दिया है। यह कदम चार धाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु के स्वास्थ्य की निगरानी करने और प्रबंधन संचालन को अच्छे ढंग से चलने के लिए जरूरी है। साथ ही ये इंडिया के ब्रॉडर हेल्थ इनीशिएटिव को भी साथ में जोड़ता है।
चलिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के बारे में थोड़ा जाने…
क्या है इसका उद्देश्य और शुरुआत कब हुई
सितंबर 2021 में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को सेंट्रल पॉलिसी के तौर पर पेश किया गया। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य पूरे भारत में डिजिटल हेल्थ स्ट्रक्चर को एकीकृत करना यानी एक करना था साथ में मिलना था। ये परियोजना हेल्थ सर्विसेज की पहुंच, क्षमता और ट्रांसपेरेंसी को सुधारने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर हेल्थ सर्विसेस में क्रांति लाने का काम कर सकती है।
उद्देश्य क्या है साथ ही ये काम कैसे करेगा
ई-स्वास्थ्य धाम पोर्टल का उद्देश्य चार धाम यात्रा पर जाने वाले लोगों के हेल्थ पैरामीटर को मॉनिटर करना है। इस आध्यात्मिक यात्रा में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्राएँ शामिल हैं, जो ऊंची जगह पर होने के साथ ही क्रिटिकल क्लाइमेटिक कंडीशंस होने के चलते हेल्थ कंडीशंन पर बुरा असर डाल सपना की चुनौती होती है।
स्वास्थ्य निगरानी प्राथमिकताएँ
यात्राओं पर यात्रियों की बढ़ती जनसंख्या। उसमें भी वरिष्ठ नागरिकों की संख्या ज्यादा है। इसलिए यह प्लेटफॉर्म हार्ट डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर और ठंड की वजह से सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याओं पर ज्यादा ध्यान देता है।
हेल्थ रिकॉर्ड मैनेजमेंट में सुधार
ABHA के जुड़ने से, यात्रियों को हेल्थ रिकॉर्ड का सुरक्षित प्रबंधन,
स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचना आसान होगा,
और अलग अलग स्वास्थ्य सेवा प्रोवाइडर्स के बीच दो सेवाएं लगातार चलती रहेगी।
भारत के लिए कितना जरूरी हो सकता है…
यह इंटीग्रेशन नेशनल हेल्थ सर्विसेज में डिजिटलाईजेशन में कंट्रीब्यूट करता है। अब तक, भारत में 65 करोड़ से ज्यादा ABHAs बनाए जा चुके हैं, जो डिजिटल हेल्थ स्ट्रक्चर डेवलपमेंट में तेज़ी से हो रही ग्रोथ को दिखाता है।
सेवा का का इस्तेमाल कैसे करें: एक गाइड
ऑनलाइन पोर्टल
यात्री https://eswasthyadham.uk.gov.in/login पर जाकर अपना ABHA नंबर बना सकते हैं। इसका यूजर फ्रेंडली इंटरफेस बिना किसी दिक्कत के रजिस्ट्रेशन को आसान बनाता है।
हेल्पलाइन सहायता
जो लोग अतिरिक्त सहायता चाहते हैं, उनके लिए 104 हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध है, जो ABHA ko जनरेट करने और उसे जुड़े सवालों में आपकी मदद कर सकता है।
चार धाम यात्रा पर क्या पड़ेगा इसका असर
सुरक्षा आयामो में वृद्धि
ई-स्वास्थ्य धाम के ABDM के साथ जुड़ने से चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के लिए सुरक्षा आयामों में काफी सुधार देखने को मिला है। यह डिटेल डिजिटल हेल्थ प्रोफाइल देता है जो संभावित हेल्थ इमरजेंसी कंडीशंस को पहले ही रोक सकने में कारगर है।
सेल्फ हेल्थ मॉनिटरिंग
यह सिस्टम खुद से ही अपनी हेल्थ कंडीशंस को मॉनिटर करने के लिए एलाऊ करता है। पहले से ही कोई हेल्थ कंडीशंस है तब। जिस किसी खतरे की गुंजाइश काफी हद तक काम हो जाती है। इसका इस्तेमाल करना भी आसान है।
भविष्य में क्या संभावनाएं और चुनौतियाँ हो सकती हैं
दायरा बढ़ सकता है।
जैसे-जैसे श्रद्धालुओ की संख्या बढ़ रही है ऐसे में इसका दायरा बढ़ना भी काफी जरूरी है। ई स्वास्थ्य धाम और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का जुड़ना और सफल होने से हो सकता है को आने वाले समय में भारत के अन्य तीर्थ स्थलों पर इस मॉडल को लाया जाए।
डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा
हेल्थ डेटा के बढ़ते डिजिटलाईजेशन से, डेटा की प्राइवेसी और सिक्योरिटी बेहद जरूरी हो जाती है। लगातार सुधार और अपडेट्स इस सिस्टम को पूरी तरह से चलने के लिए बेहद जरूरी होंगे। ताकि संवेदनशील जानकारी बाहर न निकले
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