Google Safety Check Feature: आज के आधुनिक दुनिया में अधिकतर लोगों के हाथों में स्मार्टफोन मौजूद होता हैं. इंटरनेट की मदद से स्मार्टफोन्स के जरिए आज इंसान कई तरह के कामों को बड़े ही आसानी से निपटा सकता है. लेकिन इस आधुनिकता के साथ ही कई तरह के समस्या भी आ जाती है. इंटरनेट और स्मार्टफोन ने सबको स्मार्ट बनाये जा रहा है. लेकिन इसके साथ ही देश में कई तरह के साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) भी काफी तेजी से बढ़ा जा रहा है. लेकिन अगर आप भी गूगल के इस फीचर का इस्तेमाल करते हैं तो आप भी साइबर फ्रॉड से काफी हद तक बचे रहेंगे.
क्या है ये गूगल का ये फीचर
आपको बता दें कि स्मार्टफोन में आजकल हर व्यक्ति गूगल का इस्तेमाल करता है. ऐसे में Google आपके स्मार्टफ़ोन के हर एक्टिविटी पर नजर रखता है. वहीं स्मार्टफोन से अब लोग ऑनलाइन पेमेंट (Online Payment) भी करते हैं तो यदि आपका अकाउंट सेफ नहीं लग रहा है तो आपके साथ साइबर फ्रॉड होने की संभावना काफी जायदा बढ़ जाती है. वहीं सेफ ब्राउसिंग गूगल यूजर्स को कई तरह के सुविधा प्रदान करता है. ये गूगल चलाने वाले यूजर्स को कई तरह से Safety देने में मदद करता है.
कैसे बचे साइबर फ्रॉड से?
दरअसल गूगल अकाउंट को सुरक्षित करने के लिए यूजर Google Safety Check Feature का इस्तेमाल कर सकते हैं. इस फीचर की मदद से आपका पूरा फोन या कोई भी सिस्टम पूरी तरह से सुरक्षित हो जाता है. इस फीचर से आप साइबर फ्रॉड होने से काफी हद तक बच सकते हैं. वहीं इस फीचर का यूज आप स्मार्टफोन और Web दोनों ही जगहों पर बड़े ही आसानी से कर सकते हैं.
कैसे यूज करें इस फीचर?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि Google Safety Check Feature का यूज करने के लिए सबसे पहले Smart Phone में Google Chrome Browser ओपन करना होगा. इसके बाद स्क्रीन पर मौजूद तीन डॉट पर क्लिक या Setting करें. इसके बाद आपके सामने कई सारे ऑप्शन खुल हो जाएंगे जिसमें आपको गूगल सेफ्टी चेक को चयन करना है. क्लिक करने के साथ ही ये फीचर आपके सिस्टम या स्मार्टफोन को Scan करना शुरू कर देगी.
स्कैन पूरा होने के बाद आपके पास सारी जानकारी सामने आ जाएगी कि क्या आप का स्मार्टफ़ोन खतरे में है. इसके साथ ही आपको पता चल जाएगा कि कौन सा मेल या पासवर्ड आप का खतरे में है. जानकारी के साथ ही आप अपने मेल और पासवर्ड को तुरंत ही बदल सकते हैं. इसी तरह से आप भी इस डिजिटल की इस दुनिया में साइबर फ्रॉड जैसे होने वाले हमलों से बच सकते हैं और अपनी जानकारी या डेटा को गुप्त रख सकते हैं.
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